कोरोना वायरस की मार से अब वैष्णोदेवी की यात्रा भी जूझने लगी है, क्योंकि भीड़ कम होने लगी है और लोग अपनी बुकिंग को रद्द करवाने लगे हैं। हालांकि वायरस की रोकथाम के लिए कटरा से लेकर वैष्णोदेवी भवन तक अतिरिक्त डॉक्टरों की तैनाती की गई है। रोजाना हजारों की तादाद में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड से लेकर अन्य सार्वजनिक स्थानों पर जागरूक किया जा रहा है। पंफ्लेट बांटे जा रहे हैं। कटरा में विशेष कंट्रोल रूम स्थापित किया गया हैसंदिग्ध मामला देखते ही जांच की व्यवस्था की गई है।
एहतियात के तौर पर कोरोना वायरस से निपटने को लेकर जम्मू-कश्मीर पुलिस, रेलवे पुलिस से लेकर स्वास्थ्य महकमा और सिविल प्रशासन जुट गया है। जागरूकता अभियान को ट्रेनों के भीतर भी चलाया जा रहा है।श्रद्धालुओं से कोरोना से बचने के लिए एहतियात बरतने व लक्षण पाए जाने पर तुरंत जांच कराने की अपील की जा रही है। इसकी बाकायदा अनाउंसमेंट की जा रही है। लेकिन बावजूद इसके, व्यापारियों के चेहरे लटकने लगे हैं जिन्हें उम्मीद थी कि बच्चों की परीक्षाएं समाप्त होने के बाद यात्रा में जबरदस्त वृद्धि होगी।
यही नहीं, जम्मू-कश्मीर में मई में प्रस्तावित वैश्विक निवेशक सम्मेलन भी कोरोना वायरस के साये में है। इस सम्मेलन में देश-विदेश के प्रतिनिधियों को शामिल होना है। प्रदेश में सम्मेलन की तैयारियां जोरों से की जा रही हैं, लेकिन देश में भी कोरोना वायरस की दस्तक ने चिंताएं बढ़ा दी हैंहालांकि अधिकारियों का कहना है कि अभी स्थिति सामान्य है और उम्मीद है कि पारा चढ़ने पर इस वायरस पर अंकुश लग जाएगा। मई में होने वाले वैश्विक निवेशक सम्मेलन के दौरान जम्मू-कश्मीर में मौसम में बदलाव आ जाएगा, लेकिन मौजूदा दोनों हिस्सों में हवाई मार्ग से संदिग्ध यात्रियों का प्रदेश में पहुंचना शुरू हो गया है।