
भारत ने डिजिटल कनेक्टिविटी के क्षेत्र में ऐतिहासिक छलांग लगाई है। कभी 2G नेटवर्क की सीमाओं से जूझने वाला भारत, आज 5G की तेज़ रफ्तार के साथ दुनिया के अग्रणी देशों की पंक्ति में खड़ा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इंडिया मोबाइल कांग्रेस (IMC) 2025 में कहा कि “जो देश कभी 2G की कतार में खड़ा था, आज उसी देश के हर जिले में 5G की पहुंच है।” उन्होंने इस बदलाव को भारत के तकनीकी सामर्थ्य, सरकारी नीतियों और देश की युवा पीढ़ी की नवाचार भावना का परिणाम बताया।
सरकार के अनुसार, देश के लगभग हर जिले में अब 5G नेटवर्क उपलब्ध है। इससे शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्योग और ई-गवर्नेंस के क्षेत्र में बड़े बदलाव देखने को मिल रहे हैं। गांवों में ऑनलाइन सेवाएं, डिजिटल पेमेंट और स्मार्ट शिक्षा की सुविधाएं तेजी से बढ़ी हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि “डिजिटल इंडिया अभियान ने हर नागरिक तक सुविधा पहुंचाई है। आज इंटरनेट कोई विलासिता नहीं, बल्कि हर भारतीय की बुनियादी ज़रूरत बन चुका है।”
IMC 2025 में भाग लेने वाले उद्योग विशेषज्ञों ने भी माना कि भारत अब न सिर्फ डेटा उपभोग में अग्रणी है, बल्कि भविष्य की तकनीकों—जैसे 6G, AI और IoT—की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है।