कम उम्र में बढ़ रहा घुटनों का दर्द? इन आसान एक्सरसाइज से पाएं राहत

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उम्र बढ़ने के साथ जोड़ों और घुटनों में दर्द होना आम बात है, लेकिन आजकल यह समस्या कम उम्र के लोगों में भी तेजी से देखने को मिल रही है। इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं, जैसे शरीर में पोषक तत्वों की कमी, गलत खानपान, शारीरिक गतिविधियों की कमी और लंबे समय तक गलत पॉश्चर में बैठना। कई बार यह दर्द इतना अधिक बढ़ जाता है कि व्यक्ति के लिए चलना-फिरना भी मुश्किल हो जाता है। ऐसे में दवाओं के साथ-साथ कुछ एक्सरसाइज को रोजाना की दिनचर्या में शामिल कर इस समस्या से राहत पाई जा सकती है।

स्ट्रेट लेग रेज

स्ट्रेट लेग रेज एक असरदार व्यायाम है जो जांघों की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है और घुटनों पर दबाव को कम करता है। इसे करने के लिए किसी कुर्सी पर बैठें और अपने पैरों को लटका लें। अब एक पैर को सीधा करके कुछ सेकंड ऊपर रखें, फिर धीरे-धीरे नीचे लाएं। इसे हर पैर के लिए 10 से 15 बार दोहराएं।

स्क्वाट्स

स्क्वाट्स एक बेहतरीन व्यायाम है जो घुटनों के आसपास की मांसपेशियों को मजबूत करता है। इसके लिए दोनों पैरों को कंधों की चौड़ाई पर खोलकर खड़े हों। अपने दोनों हाथों को सामने की ओर सीधा रखें और धीरे-धीरे घुटनों को मोड़ते हुए नीचे बैठें, जैसे आप किसी कुर्सी पर बैठ रहे हों। कुछ सेकंड रुकें और फिर वापस खड़े हो जाएं। यह क्रिया 15 बार तीन सेट में करें।

चेयर डिप्स

चेयर डिप्स से शरीर का संतुलन बेहतर होता है और मांसपेशियों को मजबूती मिलती है। इसे करने के लिए एक मजबूत कुर्सी लें और दोनों हाथों से कुर्सी के किनारे पकड़ें। पैरों को आगे की ओर सीधा फैलाएं और धीरे-धीरे शरीर को नीचे की ओर लाएं। कोहनियों को 90 डिग्री पर मोड़ें और फिर धीरे-धीरे वापस ऊपर आएं। इस क्रिया को 12 से 15 बार दोहराएं।

लेग लिफ्ट

लेग लिफ्ट व्यायाम जांघ और कूल्हे की मांसपेशियों को सक्रिय करता है जिससे घुटनों का दबाव कम होता है। इसके लिए जमीन या बेड पर करवट लेकर लेट जाएं और एक पैर को लगभग 60 डिग्री तक ऊपर उठाएं। कुछ सेकंड रोकें और धीरे-धीरे नीचे लाएं। इस प्रक्रिया को हर पैर के लिए 10 बार दोहराएं।

घुटनों के दर्द से राहत पाने के लिए इन व्यायामों को नियमित रूप से करें। साथ ही संतुलित आहार लें, जिसमें पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम और विटामिन डी हो। यदि दर्द अधिक हो तो व्यायाम रोककर चिकित्सकीय सलाह जरूर लें। नियमित एक्सरसाइज से न केवल दर्द में राहत मिलती है बल्कि घुटनों को स्वस्थ और मजबूत बनाए रखने में भी मदद मिलती है।