पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी जिले में औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) के एक अंशकालिक शिक्षक ने कथित रूप से वेतन में लगातार कटौती से तंग आकर आत्महत्या कर ली।पुलिस के एक अधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि सिलीगुड़ी निवासी अभ्रज्योति बिस्वास (28) बृहस्पतिवार को आईटीआई के एक कमरे में फंदे से लटके हुए पाए गए। उन्होंने बताया कि बिस्वास के सहकर्मियों का आरोप है
कि वह आईटीआई के प्राचार्य रणबीर सिंह द्वारा छोटी-छोटी बातों पर वेतन में लगातार कटौती किये जाने से परेशान था। सूत्रों ने बताया कि बिस्वास का शव मिलने के बाद आईटीआई के शिक्षकों ने प्राचार्य के कार्यालय के भीतर प्रदर्शन किया और अपने सहयोगी की मौत के विरोध में शुक्रवार को कक्षाओं का बहिष्कार करने का फैसला किया। अधिकारी ने कहा कि बिस्वास के सहयोगियों ने दावा किया है
कि बिस्वास ने वेतन कटौती से बचने के लिए हाल ही में टाइफाइड से पीड़ित होने के बावजूद कई दिनों तक काम किया। बिस्वास की एक सहयोगी सुभाश्री मोइत्रा ने कहा कि उन्होंने अपनी मौत से एक दिन पहले वेतन कटौती के चलते घर चलाने में आ रही दिक्कतों के बारे में बताया था। उनके परिवार में बुजुर्ग मां और एक भाई है। बिस्वास ने अपनी मां के लिये छोड़े गए सुसाइड नोट में लिखा है कि उस पर कोई कर्ज नहीं है।