भारत बना रक्षक; समंदर में डूबने लगा विदेशी जहाज,फरिश्ता बनकर पहुंचे इंडियन कोस्टगार्ड…

6


कोच्चि तट पर एमएससी एल्सा 3 नामक लाइबेरिया के झंडे वाले विशाल कंटेनर जहाज के संतुलन बिगड़ने से हड़कंप मच गया. 26 डिग्री तक झुके जहाज से भारतीय तटरक्षक बल ने 21 चालक दल के सदस्यों को बचाया. तटरक्षक बल द्वारा हवाई सहायता और अतिरिक्त लाइफराफ्ट्स भेजे गए हैं. समुद्री प्रदूषण की आशंका के चलते सतर्कता बढ़ाई गई है.

अरब सागर में उस समय हड़कंप मच गया जब लाइबेरिया के झंडे वाला एक विशाल कंटेनर जहाज एमएससी ईएलएसए 3 (MSC ELSA 3) कोच्चि तट के पास अचानक संतुलन खो बैठा. विझिनजाम बंदरगाह से कोच्चि की ओर जा रहे इस जहाज ने कोच्चि तट से महज 38 समुद्री मील पहले 26 डिग्री तक झुकने की खतरनाक स्थिति की सूचना दी. चालक दल ने तुरंत मदद की गुहार लगाई, जिसके बाद भारतीय तटरक्षक बल ने रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया.

जहाज पर कुल 24 चालक दल के सदस्य सवार थे, जिनमें से अब तक 21 को सुरक्षित बचा लिया गया है. बचाव कार्य के दौरान तीन वरिष्ठ अधिकारी जहाज के कप्तान, मुख्य अभियंता और द्वितीय अभियंता, अभी भी जहाज पर मौजूद हैं ताकि बचाव कार्य में सहयोग कर सकें और जहाज की स्थिति की निगरानी रखी जा सके.

भारतीय तटरक्षक बल ने हादसे की गंभीरता को देखते हुए हवाई सहायता भी शुरू की है. कोस्टगार्ड के विमानों द्वारा जहाज के पास अतिरिक्त जीवनरक्षक नौकाएं (लाइफराफ्ट्स) उतारी गई हैं ताकि बचे हुए चालक दल को सुरक्षित बाहर निकाला जा सके. साथ ही समुद्र में चल रहे अन्य जहाजों को भी अलर्ट पर रखा गया है और उच्च स्तरीय निगरानी जारी है.

कोस्टगार्ड ने संभाला मोर्चा

इस हादसे ने न सिर्फ मानव जीवन को खतरे में डाला है, बल्कि समुद्री पर्यावरण को लेकर भी गंभीर चिंता खड़ी कर दी है. जहाज पर सैकड़ों कंटेनर लदे हुए हैं और यदि ये समुद्र में गिरते हैं, तो तेल रिसाव और विषैले रसायनों के कारण समुद्री जीवन और तटीय पर्यावरण को भारी नुकसान हो सकता है. कोस्टगार्ड ने इस संभावित खतरे को ध्यान में रखते हुए क्षेत्र में सतर्कता बढ़ा दी है.

विशेषज्ञों का मानना है कि इस हादसे के पीछे गलत लोडिंग, ओवरलोडिंग, और स्टेबिलिटी चेक में लापरवाही जैसी संभावनाएं हो सकती हैं. सोशल मीडिया पर भी इसको लेकर सवाल उठ रहे हैं.

कोस्टगार्ड ने चालकदल की बचाई जान

2023 में इसी समुद्री क्षेत्र में मेर्स्क होनम नामक जहाज में आग लगने से 5 लोगों की मौत हो गई थी. इस बीच डीजी शिपिंग ने जहाज प्रबंधकों को तुरंत बचाव सेवाएं शुरू करने के निर्देश जारी किए हैं. भारतीय तटरक्षक बल ने भी इस ऑपरेशन को अपनी शीर्ष प्राथमिकता बनाते हुए कहा है कि उनका उद्देश्य मानव जीवन की रक्षा और समुद्री पर्यावरण की सुरक्षा है.