यमुना विहार में दंगाइयों से मुकाबला करने के लिए हिंदू मुस्लिम साथ आए

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उत्तर पूर्वी दिल्ली में सांप्रदायिक हिंसा के बीच मंगलवार को यमुना विहार इलाके के हिंदू मुस्लिम समुदाय के लोग नफरत के मंसूबों को नाकाम करने के लिए साथ आ गए हैं और मिलकर दंगाइयों का मुकाबला कर रहे है उत्तर पूर्वी दिल्ली के जाफराबाद में संशोधित नागरिकता कानून (सीएए) के खिलाफ और मौजपुर में इस कानून के समर्थन में लोग सड़कों पर बैठ गए थे। इसके बाद रविवार को दोनों गुटों के बीच हिंसा हुई थी, जिसने सोमवार को सांप्रदायिक हिंसा का रूप ले लिया था और हिंसा की चपेट में लगभग पूरा जिला आ गया था। इसके बाद सोमवार-मंगलवार रात को काफी हिंसा हुई।

यमुना विहार के सी-12 में रहने वाले लोगों का दावा है कि दंगाई बाहर से आए हैं जो यहां हिंसा कर रहे हैं, जिनका मुकाबला करने के लिए दोनों समुदाय के लोग साथ आए गए हैं। उन्होंने कहा कि दिन में जो दंगाई इस ब्लॉक की मार्केट तक घुस आए थे, उन्हें इलाके के लोगों ने खदेड़ दिया। इस ब्लॉक में रहने वाले मो. साजिद ने भाषा से कहा कि इस इलाके में हिन्दू मुस्लिम बरसों से साथ रहते आए हैं और कभी इस तरह की कोई घटना नहीं हुई और आज बाहर से लोग आकर यहां माहौल खराब कर रहे हैं, हिंसा कर रहे हैं। हम अपने हिन्दू भाइयों के साथ मिलकर दंगाइयों को भगा रहे हैं। इसी ब्लॉक में रहने वाले राहुल ने कहा कि यहां सांप्रदायिक हिंसा 35 साल में पहली बार हुई है।

आज जब दंगाई यहां की मार्केट में घुस आए तो हम लोगों ने उन्हें मिलकर खदेड़ दिया। कॉलोनी के लोग लाठियों डंडों से इलाके में पहरा दे रहे है, ताकि कोई बाहरी दंगाई अंदर आकर घरों में या गाड़ियों में तोड़फोड़ नहीं कर पाएं। यमुना विहार के बी ब्लॉक में रहने वाले रईसुद्दीन रेहान ने बताया कि नफरतों को हराने के लिए हम सभी मिलकर आगे आए हैं, क्योंकि हम सब वर्षों से साथ रहते आए हैं। दोनों समुदाय मिलकर दंगाइयों के मंसूबों को नाकाम कर रहे हैं। बी ब्लाक के एक और स्थानीय निवासी सुमित ने कहा कि हमने जिम्मेदार लोगों से बात की है और अपने बच्चों को समझाकर घर में बैठाने के लिए कहा है। साथ में बाहर से आ रहे दंगाइयों से सुरक्षा के लिए कॉलोनी के दरवाजे बंद करके कड़ी चौकसी बरती जा रही हैं।