
गुजरात के पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का निधन गुरुवार को एक विमान हादसे में हो गया। वह अपनी पत्नी अंजलि और बेटी से मिलने जा रहे थे, लेकिन किस्मत को कुछ और ही मंजूर था। यह दुखद घटना 12 जून (12-06) को हुई — एक ऐसी तारीख जो खुद विजय रूपाणी के जीवन में खास मानी जाती थी।
दरअसल, ‘1206’ वह अंक था जिसे रूपाणी लंबे समय से अपने लिए शुभ मानते आए थे। उनकी पहली कार और स्कूटर दोनों का रजिस्ट्रेशन नंबर 1206 ही था। यही नहीं, वह इस नंबर को अपने जीवन के कई फैसलों से भी जोड़ते थे। लेकिन 12 जून की तारीख, यानी 12-06, उनके जीवन का अंतिम दिन बन गई, जिसने सभी को स्तब्ध कर दिया।
हादसे का विवरण
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, विमान ने उड़ान भरने के कुछ ही मिनटों बाद ऊंचाई खो दी और सबसे पहले बी.जे. मेडिकल कॉलेज की मेस बिल्डिंग से टकरा गया। इसके बाद विमान पास के अतुल्यम हॉस्टल से भी टकराया, जहां सीनियर रेजिडेंट डॉक्टर रहते थे। टक्कर के साथ ही दोनों इमारतों में आग लग गई और अफरा-तफरी मच गई। हादसे में कई लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। राहत और बचाव कार्य में सेना, नगर निगम और मेडिकल टीमें संयुक्त रूप से लगी हुई हैं।
विजय रूपाणी के निधन की खबर जैसे ही अहमदाबाद स्थित उनके निवास पर पहुंची, वहां सन्नाटा छा गया। पड़ोसियों ने पास के मंदिर में शांति पाठ और प्रार्थना शुरू कर दी। घर के बाहर आज भी वह पुराना 1206 नंबर वाला स्कूटर और कार खड़ी है, जो कभी रूपाणी की पहचान हुआ करती थी। हादसे के बाद से रूपाणी परिवार की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। बताया जा रहा है कि हादसे के समय घर पर कोई भी सदस्य मौजूद नहीं था।
‘1206’ — जो विजय रूपाणी के लिए सफलता और शुभता का प्रतीक था, वही अब एक अंधेरे अध्याय की तारीख बन गया। यह संयोग जितना चौंकाने वाला है, उतना ही दुखद भी। पूर्व मुख्यमंत्री की असमय मृत्यु ने न केवल गुजरात को बल्कि पूरे देश को गहरे शोक में डुबो दिया है। प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और कई वरिष्ठ नेताओं ने शोक व्यक्त किया है।