दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) द्वारा विधानसभा चुनाव के मैदान में उतारी गयीं नौ में से आठ महिलाओं ने विजय हासिल कर पार्टी को शानदार जीत में मदद पहुंचायी। तीन प्रमुख दलों– आप, भाजपा और कांग्रेस ने कुल 24 महिला उम्मीदवार चुनाव मैदान में उतारे थे। कांग्रेस ने सर्वाधिक 10 महिलाओं को टिकट दिया था। आप की आतिशी को कालकाजी से निर्वतमान विधायक अवतार सिंह कालका के स्थान पर उतारा गया था। वह विधानसभा चुनाव जीत गयी। वह पिछले साल पूर्वी दिल्ली से लोकसभा चुनाव हार गयी थीं।
दिल्ली कांग्रेस के प्रमुख सुभाष चोपड़ा की बेटी शिवानी भी कालकाजी सीट से चुनाव मैदान में थीं। वह तीसरे नंबर पर आयी और उनकी जमानत जब्त हो गयी। कांग्रेस छोड़कर आप में आयीं धनवती चंडेला ने भाजपा के रमेश खन्ना को हराकर राजौरी गार्डन सीट जीती। कांग्रेस से आप में आयीं दूसरी नेता राजकुमारी ढिंल्लो भाजपा के तेजेंदर पाल सिंह बग्गा को हराकर हरिनगर सीट जीती। आप की बंदना कुमारी ने भाजपा की रेखा गुप्ता को हराकर शालीमार विधानसभा क्षेत्र में जीत दर्ज की। प्रीति तोमर ने भाजपा के तिलक राम गुप्ता को हराकर त्रीनगर सीट जीती।
जनवरी में दिल्ली उच्च न्यायालय ने अपनी शैक्षणिक योग्यता के बारे में अपने हलफनामे में गलत जानकारी देने को लेकर जितेंद्र तोमर के 2015 के निर्वाचन को दरकिनार कर दिया था। उसके बाद आप ने उनकी पत्नी प्रीति को विधानसभा चुनाव में उतारा। आप की भावना गौड ने भाजपा के विजय पंडित को हराकर पालम सीट पर विजय दर्ज की। आप की प्रमिला टोकस ने भाजपा के अनिल कुमार शर्मा को हरा कर आर के पुरम सीट कब्जा की। आप की राखी बिरलान ने भाजपा के करम सिंह करमा को हराकर मंगोलपुरी सीट पर विजय दर्ज की।