
शनिवार को धनतेरस के साथ पांच दिवसीय दीपावली पर्व की शुरुआत हो गई। पूजा-अर्चना और खरीदारी के साथ पूरे शहर में उत्सव का माहौल देखने को मिला। शुभ मुहूर्त में दूनवासी बड़ी संख्या में बाजारों में खरीदारी करने पहुंचे, जिससे बाजारों में जबरदस्त रौनक रही और व्यापार में धनवर्षा हुई।
कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि पर मनाए जाने वाले धनतेरस पर्व पर इस बार ब्रह्म योग और उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र का विशेष संयोग बना, जिससे दिन और भी शुभ माना जा रहा है। शुक्रवार को भी दिनभर बाजारों में चहल-पहल बनी रही। व्यापारियों ने अपने प्रतिष्ठानों को रंग-बिरंगी लाइटों और फूलों से सजाया तथा ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए विशेष ऑफर भी पेश किए।
पंचांग के अनुसार, कार्तिक कृष्ण त्रयोदशी तिथि 18 अक्तूबर दोपहर 12:18 बजे शुरू होकर 19 अक्तूबर दोपहर 1:51 बजे तक रहेगी। प्रदोष काल के अनुसार, धनतेरस का पर्व 18 अक्तूबर को मनाया जा रहा है। सुबह से ही घरों और दुकानों में भगवान धनवंतरि और माता लक्ष्मी की पूजा-अर्चना की गई।
धनतेरस के बाद अब दीपावली, गोवर्धन पूजा और भाई दूज के पर्व क्रमशः मनाए जाएंगे, जिनकी तैयारियां पूरे उत्साह से जारी हैं।