
वर्ल्ड ऑडियो विजुअल एंड एंटरटेनमेंट समिट (वेव्स) के तहत एक प्रमुख पहल के रूप में लॉन्च किये गए क्रिएट इन इंडिया चैलेंज (सीआईसी) के पहले सीजन की 1 से 4 मई 2025 तक मुंबई के जियो वर्ल्ड सेंटर में एक शानदार समापन की तैयारी इस समय जारी है। अब सभी 32 चैलेंजेस के लिए पंजीकरण आधिकारिक रूप से बंद हो गए हैं। सीआईसी ने इसमें एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है, जिसमें 1,100 से अधिक अंतर्राष्ट्रीय प्रतिभागियों सहित लगभग 1 लाख पंजीकरण प्राप्त हुए हैं। इसके लिए 60 से अधिक देशों से प्रविष्टियां प्राप्त हुई हैं, जो इस अग्रणी पहल की वैश्विक अपील और पहुंच को दर्शाती हैं। प्रतिभा के इस असाधारण पूल से 750 फाइनलिस्टों को वेव्स 2025 के हिस्से के रूप में एनिमेशन, कॉमिक्स, एआई, एक्सआर, गेमिंग, संगीत और अन्य क्षेत्रों में नवाचार की विशेषता वाले एक विशेष रूप से क्यूरेट किए गए प्लेटफ़ॉर्म क्रिएटोस्फीयर में अपने रचनात्मक कौशल और आउटकम को प्रदर्शित करने का अवसर दिया जाएगा। इन चैलेंजेस के विजेताओं को कार्यक्रम के दूसरे दिन एक भव्य रेड कार्पेट समारोह में प्रतिष्ठित ‘वेव्स क्रिएटर अवार्ड्स’ से सम्मानित किया जाएगा।
वेव्स में क्रिएटोस्फीयर में उल्लेखनीय वैश्विक भागीदारी देखने को मिलेगी, जिसमें 43 अंतर्राष्ट्रीय फाइनलिस्ट अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे, जो रचनात्मकता के इस उत्सव को वास्तव में अंतर्राष्ट्रीय आयाम प्रदान करेगा। ये फाइनलिस्ट अर्जेंटीना, नेपाल, जर्मनी, बरमूडा (बीओटी), अमेरिका, ग्रीस, इंडोनेशिया, यूनाइटेड किंगडम, कनाडा, इटली, लाओस, थाईलैंड, ताजिकिस्तान, मिस्र, श्रीलंका, रूस, मालदीव, मलेशिया और जापान सहित 20 से अधिक देशों का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि श्रीलंका, नेपाल और ताजिकिस्तान से 6-6 फाइनलिस्ट हैं, इसके बाद इंडोनेशिया और मालदीव से 5-5 तथा मॉरीशस से 4 फाइनलिस्ट हैं। अमेरिका का प्रतिनिधित्व दो फाइनलिस्ट कर रहे हैं, जबकि रूस, कनाडा, अर्जेंटीना, लाओस, मलेशिया, बरमूडा, मिस्र, थाईलैंड और यूनाइटेड किंगडम से प्रत्येक का एक फाइनलिस्ट है। यह विविधतापूर्ण अंतर्राष्ट्रीय उपस्थिति, क्रिएट इन इंडिया चैलेंज की वैश्विक अपील और बढ़ती पहुंच को रेखांकित करती है।
भारत में इस चैलेंज में सभी 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों से उत्साहपूर्ण भागीदारी हुई है, जिससे सही मायने में देश भर में इस पहल की वास्तविक पहुँच का पता चलता है। चैलेंजेस के फाइनलिस्टों की सूची में उल्लेखनीय क्षेत्रीय प्रतिनिधित्व दिखता है, जिसमें देश भर से प्रतिभागी शामिल हैं, इनमें पूर्व में असम और मेघालय से लेकर पश्चिम में गुजरात और उत्तर में हिमाचल प्रदेश से लेकर दक्षिण में केरल तक शामिल हैं।
युवाओं की ऊर्जा का उत्सव मनाते हुए, क्रिएट इन इंडिया चैलेंजेस में मुख्य रूप से 20 वर्ष की आयु के युवा क्रिएटर्स भाग ले रहे हैं, जो कॉलेज के छात्रों, शुरुआती करियर वाले पेशेवरों और किशोर नवप्रवर्तकों के जीवंत इकोसिस्टम को दर्शाते हैं। साथ ही सबसे कम उम्र के फाइनलिस्ट की उम्र सिर्फ 12 साल है और सबसे ज्यादा उम्र के फाइनलिस्ट की उम्र 66 साल है, यह पहल वास्तव में एक समावेशी रचनात्मक मंच को प्रदर्शित करती है जो उम्र से परे है।
क्रिएट इन इंडिया पहल जमीनी स्तर पर नवाचार को बढ़ावा देती है साथ ही उद्देश्य और भागीदारी में विविधता का उत्सव मनाती है। इनोवेट 2 एजुकेट चैलेंज के माध्यम से शिक्षा को सुलभ बनाने से लेकर “मेक द वर्ल्ड वियर खादी” के साथ भारत की वस्त्र विरासत को पुनर्जीवित करने तक, चैलेंजेस परंपरा और प्रौद्योगिकी तक फैले हुए हैं। ““इंडिया: ए बर्ड्स आई व्यू”” में फिल्म निर्माताओं और ड्रोन दीदियों द्वारा कहानी बताने और सामुदायिक सशक्तिकरण के लिए ड्रोन प्रौद्योगिकी का उपयोग करके लुभावने हवाई दृश्यों के माध्यम से राष्ट्र भावना को दर्शाया गया है।
जैसे-जैसे वेव्स 2025 के लिए उत्साह अपने शीर्ष पर पहुंच रहा है, क्रिएट इन इंडिया चैलेंज भारत की रचनात्मक महत्वाकांक्षा की एक शक्तिशाली अभिव्यक्ति के रूप में उभरा है, जो प्रतिभाओं के लिए नए अवसरों को खोल रहा है और वैश्विक मीडिया और मनोरंजन परिदृश्य में देश के बढ़ते नेतृत्व को आगे ले जा रहा है। भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय भागीदारी के अपने जीवंत मिश्रण के साथ क्रिएट इन इंडिया चैलेंज एक ऊर्जायुक्त वैश्विक मंच के रूप में विकसित हुआ है, जो विभिन्न क्षेत्रों और पीढ़ियों की आवाजों को सशक्त बनाता है और माननीय प्रधानमंत्री के इस दृष्टिकोण को सही मायने में मूर्त रूप देता है कि “वेव्स को हर घर और हर दिल तक पहुंचना चाहिए।”