COVID-19 से जायजा लेने खुद फ्रंटलाइन पर आए सीएम योगी आदित्यनाथ, 40 जिलों का कर चुके दौरा

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कोरोना महामारी की पहली लहर पर विजय हासिल करने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संक्रमण की दूसरी लहर में सामने आई चुनौतियों को बेहद गंभीरता से लिया। और यूपी में  लगातार बढ़ते संक्रमण को देख खुद फ्रंटलाइन पर आए और ट्रेस, टेस्ट व ट्रीट के यूपी मॉडल को जमीन पर उतारते हुए अब दूसरी लहर को भी लगभग काबू कर लिया। सभी 18 मंडलों का दौरा कर वह तीसरी लहर से भी निपटने के लिए जमीनी मोर्चा तैयार कर चुके हैं।

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने जब बड़ी आबादी को अपनी चपेट में लिया तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी संक्रमित होने से बच न सके। वजह यही थी कि संक्रमण के खतरे के बावजूद वह कोविड प्रबंधन में जुटे रहे। हर दिन बैठकें करते रहे। इधर, कोरोना के मामले प्रदेश में बढ़ते ही जा रहे थे। आंकड़ा एक दिन में लगभग 40 हजार के करीब तक पहुंच चुका था। ऐसे संकट काल में स्वस्थ होते ही सीएम योगी अगले ही दिन से मैदान में उतर आए। न सिर्फ लगातार बैठकें कर अधिकारियों को निर्देशित किया, बल्कि प्रबंधों को परखने के लिए प्रदेश के भ्रमण पर निकल पड़े।

आठ मई से दौरे शुरू करने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मंगलवार को मीरजापुर पहुंचे और इसी के साथ उन्होंने प्रदेश के सभी 18 मंडलों का दौरा पूरा कर लिया। सरकारी प्रवक्ता के अनुसार, प्रदेश के कुल 75 में से 40 जिलों में योगी जा चुके हैं, जहां उन्होंने ट्रेस, टेस्ट व ट्रीट की जमीनी हकीकत परखी और कोरोना योद्धाओं का हौसला बढ़ाया। मुख्यमंत्री ने इंटीग्रेटेड कोविड कमांड एंड कंट्रोल सेंटरों में जाकर व्यवस्थाएं परखीं। हर जिले में गांवों का जायजा लेने के साथ मेडिकल किट वितरण का ब्योरा लिया। अधिक संक्रमण के कारण बनाए गए कंटेनमेंट जोन में जाने से भी वह हिचके नहीं और वहां जाकर लोगों से बात कर व्यवस्थाओं को सत्यापित किया। निगरानी समितियों के साथ ही बातचीत की।

चूंकि कुछ विशेषज्ञों ने भविष्यवाणी की है कि कोरोना की संभावित तीसरी लहर में बच्चों में संक्रमण का खतरा हो सकता है, इसलिए हर जिले में बच्चों के इलाज से संबंधित प्रबंध पुख्ता किए जा रहे हैं। हर जिले में पीडियाट्रिक वार्ड बनाए जा रहे हैं। अपने दौरे में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों के साथ बैठक कर इस प्रक्रिया की भी समीक्षा कर निर्देश दिए। सभी 18 मंडलों का भ्रमण पूरा होने पर योगी ने मंगलवार को मां विन्ध्यवासिनी के मंदिर में पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों के सुख-समृद्धि की कामना भी की।