: एक ओर जहां सबरीमाला मंदिर पर आए सुप्रीम केार्ट के आदेश के बाद नाराज भक्तों का विरोध प्रदर्शन जारी है। वही दूसरी ओर राजनीतिक पार्टियों की ओर से भी इस मसले पर राजनीति की जा रही है। बुधवार सुबह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने ट्वीट कर यह जानकारी दी हैं कि वह जल्द ही इस मामलें की पूरी छानबीन करने के लिए एक समिति गठित करने जा रहें है।
यह समिति सबरीमाला मंदिर पर आए उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद वहां पर हो रहें असंतोष और सुरक्षा बलों के द्वारा भक्तों पर किए जा रहें अत्याचारों की समीक्षा करेगी। इसके साथ ही यह समिति इस मामलें मे पुलिस की ओर से की गई अन्यायपुर्वक गिरफतारी समेत वहां लोगो से बातचीत भी करेगी।
BJP National President Shri @AmitShah has appointed a delegation of BJP leaders to take the firsthand account of ongoing agitation of Sabrimala Shrine, to assess the atrocities being committed to Satyagrahis and indiscriminate arrests being made by police during the agitation. pic.twitter.com/a0SpLbOqQq
— BJP (@BJP4India) November 28, 2018
वही यह समिति भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष को पंद्रह दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट भी सौंपेगी । पार्टी की ओर से इस समिति के सदस्य के तौर पर भाजपा के राष्ट्रीय सचिव सरोज पाण्डेय, परीहाद जोशी समेत विनोद सोनकर आदि को नियुक्त किया गया है।
इसकी पूरी जानकारी पार्टी अध्यक्ष ने सोशल मीडिया के जरिए दी। बता दें कि भाजपा ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश के आने के बाद नाराज भक्तों से कहा हैं कि वह अयप्पन भगवान के भक्तों के साथ खड़े है। मामला यह है कि सबरीमाला मंदिर में दस साल से लेकर पच्चास साल तक की महिलाओं की प्रवेश पर निषेध है।
इस प्रथा को भारतीय उच्चतम न्यायालय ने भारतीय संविधान की मूल भावना और मूल्यों की खिलाफ ठहराया था और इस प्रथा को खत्म कर जल्द से जल्द महिलाओं को प्रवेश की जिम्मेदारी प्रदेश सरकार पर सौंप दी गई थी। वही साथ ही प्रदेश सरकार ने भी इस मसलें के समाधान के कई प्रयास किए जो असफल रहें। हाल ही में प्रदेश सरकार की ओर से सर्वदलीय बैठक भी बुलाई थी। जो पार्टियों की असहमति के कारण विफल रही थी।