चीन के रक्षा मंत्री जनरल ली शांगफू आज एससीओ के रक्षा मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए भारत का दौरा करेंगे। इस दौरान ली की रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ बातचीत होने की उम्मीद है। चीनी राष्ट्रपति शी के करीबी सहयोगी माने जाने वाले जनरल ली की भारत यात्रा को अहम माना जा रहा है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह 28 अप्रैल, 2023 को नई दिल्ली में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के रक्षा मंत्रियों की बैठक की अध्यक्षता करेंगे। इसमें चीन, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान, उज्बेकिस्तान के रक्षा मंत्री भाग लेंगे। भारत ने वर्तमान में एससीओ में पर्यवेक्षक बेलारूस और ईरान को एससीओ रक्षा मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है। पाकिस्तान के रक्षा मंत्री इसमें वर्चुअली हिस्सा लेंगे। मंत्री क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा, एससीओ के भीतर आतंकवाद विरोधी प्रयासों और एक प्रभावी बहुपक्षवाद से संबंधित मामलों पर चर्चा करेंगे।
भारत के एससीओ सदस्य देशों के साथ प्राचीन सभ्यतागत, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संबंध हैं। इसलिए 2017 में भारत की एससीओ की सदस्यता ऐतिहासिक संबंधों को गहरा करने के लिए नई दिल्ली की उत्सुकता पर मुहर थी। भारत एससीओ को क्षेत्र में बहुपक्षीय, राजनीतिक, सुरक्षा, आर्थिक और लोगों से लोगों के बीच बातचीत को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण क्षेत्रीय समूह के रूप में मानता है।
भारत एससीओ देशों के बीच सहयोग को मजबूत करने के लिए और अधिक विचार और पहल करना जारी रख रहा है। इसकी अध्यक्षता में इस वर्ष भारत ने एससीओ सदस्य देशों के बीच अंतर-संक्रियता बढ़ाने के लिए दो रक्षा संबंधी गतिविधियों का आयोजन किया। पहली मानवीय सहायता और आपदा राहत पर एक कार्यशाला थी और दूसरी सैन्य चिकित्सा, स्वास्थ्य देखभाल और महामारी में सशस्त्र बलों के योगदान के मुद्दे पर एससीओ देशों के रक्षा थिंक-टैंक की एक संगोष्ठी थी। भारत अपनी अध्यक्षता में एससीओ के एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।