बिहार के बिदुपुर थाने से एक अजीबो-गरीब किस्सा सामने आया है। जिसे सुनकर हंसी भी आरएगी और पुलिस कितने मुस्तैद होते हैं। इसके बारे में भी पता चलेगा। दरअसल बिदुपुर थाने में रंगदारी के मामले में पुलिस ने एक युवक को गिरफ्तार किया। जिसके बाद उसे थाने लाया गया। थाने में गिरफ्तार युवक ने चालाकी से पहले पुलिसकर्मियों को हनुमान चालीसा के पाठ में उलझाया फिर जय श्रीराम का उद्घोष करते हुए पुलिस को चकमा देकर थाने से भाग निकला। आरोपित युवक को पकड़ने के लिए पुलिस को उसके पीछे-पीछे लगभग डेढ़ किलोमीटर की दौड़ लगानी पड़ी। लोग सड़क पर पुलिस को युवक का पीछा करते हुए हैरत भरी नजरों से देख रहे थे।
मालूम हो कि बिदुपुर थाने के बालाटांड़ गांव के ठाकुरबाड़ी संचालक अखिलेश चौधरी ने अपने भतीजे रत्नेश चौधरी के विरुद्ध ठाकुरबाड़ी मद के जमा राशि में से रंगदारी मांगने व विरोध करने पर मारपीट करते हुए फायरिंग का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसी मामले में बीते बुधवार को बिदुपुर थाने की पुलिस रत्नेश को गिरफ्तार का थाना ले अाई थी। गिरफ्तार कर थाना लाने के बाद पुलिस उसे जेल भेजने की तैयारी में जुट गई।
मालूम हो कि बिदुपुर थाने के बालाटांड़ गांव के ठाकुरबाड़ी संचालक अखिलेश चौधरी ने अपने भतीजे रत्नेश चौधरी के विरुद्ध ठाकुरबाड़ी मद के जमा राशि में से रंगदारी मांगने व विरोध करने पर मारपीट करते हुए फायरिंग का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसी मामले में बीते बुधवार को बिदुपुर थाने की पुलिस रत्नेश को गिरफ्तार का थाना ले आयी थी। गिरफ्तार कर थाना लाने के बाद पुलिस उसे जेल भेजने की तैयारी में जुट गई।
इधर रत्नेश ने पुलिसकर्मियों को हनुमान चालीसा का पाठ सुनाना शुरू कर दिया। पुलिसकर्मी हनुमान चालीसा की धुन में जैसे ही मुग्ध हुए वह अचानक जय श्रीराम का जयघोष करते हुए थाने से भाग निकला। उसके भागते ही वहां मौजूद पुलिसकर्मी सकते में आ गए।
सभी उसे पकड़ने के लिए दौड़ पड़े। लगभग डेढ़ किलोमीटर तक पुलिस उसके पीछे दौड़ती रही। बाद में उसे कमालपुल गांव के केले बगान के समीप ग्रामीणों के सहयोग से पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया। इस मामले में बिदुपुर थानाध्यक्ष संजीव कुमार ने पुलिसकर्मियों की लापरवाही की बात स्वीकार की है।