
कभी आपने ध्यान दिया है — नाई जब शेव करने के बाद फिटकरी का टुकड़ा लगाता है, तो कटे हुए हिस्से पर तुरंत जलन के साथ राहत भी मिलती है?
यही इसकी चमत्कारी शक्ति है!
आयुर्वेद में फिटकरी को “शुद्धिकारी रत्न” कहा गया है — जो शरीर को बाहर और भीतर, दोनों तरह से शुद्ध करता है।
फिटकरी का संस्कृत नाम है Sphatika Bhasma (स्फटिक भस्म)।
यह एक प्राकृतिक खनिज है जो पारदर्शी, चमकीला और हल्का खारा स्वाद वाला होता है।
आयुर्वेद में इसे कसैला, शीतल और शुद्धिकारी तत्व माना गया है।
आयुर्वेद में फिटकरी के प्रमुख लाभ:
- रक्तस्राव रोकने में कारगर:
किसी भी घाव या कटने पर फिटकरी लगाने से रक्त तुरंत रुक जाता है।
यह एंटीसेप्टिक और ऐस्ट्रिंजेंट गुणों से भरपूर होती है।
- गले की खराश और इंफेक्शन में राहत:
गर्म पानी में फिटकरी मिलाकर गरारा करने से
गले की सूजन, खराश और बदबू दोनों दूर हो जाते हैं।
- दाँत और मसूड़ों की मजबूती के लिए:
थोड़ी सी फिटकरी पाउडर और सेंधा नमक मिलाकर मंजन करें।
इससे दाँतों का दर्द, पायरिया और मुँह की दुर्गंध मिटती है।
- पसीने और दुर्गंध को नियंत्रित करती है:
फिटकरी को पानी में घोलकर डियोडरेंट स्प्रे की तरह इस्तेमाल किया जा सकता है।
यह बैक्टीरिया को खत्म कर शरीर को महकदार बनाती है।
- मुहांसों और त्वचा की सफाई के लिए:
फिटकरी के पानी से चेहरा धोने पर रोमछिद्र साफ होते हैं,
मुहांसे और ब्लैकहेड्स दूर होते हैं, त्वचा दमकती है।
- शरीर की सफाई (डिटॉक्स) में सहायक:
फिटकरी की स्फटिक भस्म का सेवन (वैद्य की सलाह से)
शरीर से विषैले तत्व निकालने और कफ को संतुलित करने में मदद करता है।
- बालों के झड़ने में भी उपयोगी:
फिटकरी और गुलाबजल मिलाकर स्कैल्प पर लगाने से
बालों की जड़ें मजबूत होती हैं और डैंड्रफ कम होता है।
फिटकरी के प्रयोग की विधियाँ:
उपयोग तरीका
घाव या कट फिटकरी को हल्का गीला कर लगाएँ
गले की खराश गुनगुने पानी में फिटकरी डालकर गरारा करें
दाँत और मसूड़े फिटकरी पाउडर में सेंधा नमक मिलाकर मंजन करें
शरीर की दुर्गंध फिटकरी के पानी से नहाएँ
मुहांसे फिटकरी जल से चेहरा धोएँ
बाल झड़ना गुलाबजल + फिटकरी मिश्रण स्कैल्प पर लगाएँ
सावधानी: अधिक मात्रा में प्रयोग से त्वचा में सूखापन या जलन हो सकती है।
निष्कर्ष:
फिटकरी — एक साधारण-सी दिखने वाली चीज़,पर इसके भीतर छुपा है पूरा आयुर्वेदिक विज्ञान! घाव से लेकर गले तक, त्वचा से लेकर बालों तक — हर रूप में यह “शुद्धि की रानी” है।













