मोदी सरकार 8 साल बेमिसाल
26 मई 2014 को नरेन्द्र मोदी प्रधानमंत्री पद की शपथ ली थी जिसको आज 8 साल पूरे हो चुके हैं । 8 सालों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने कई उतार चढ़ाव देखे वैश्विक महामारी कोरोना का सामना किया तो चीन की बढ़ती आक्रमता पर कुठाराघात किया । पाकिस्तानी आतंक को उन्हीं की भाषा में जवाब देते हुए उरी और पठानकोट में हुए आतंकी हमलों का बालाकोट में आतंकियो के अड्डों पर एयर सर्जिकल स्ट्राइक कर बता दिया की ये बदला हुआ भारत है । भारत में अक्ष्य उर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने सबका साथ सबका विकास और सबका विश्वास के मार्ग पर आगे बढ़े।
29 में से 20 राज्यों में बीजेपी सरकारें
2014 में केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार बनने के बाद बीजेपी का कई राज्यों में विस्तार हुआ। एक वक्त था जब देश के 29 में से 20 राज्यों में बीजेपी का प्रत्यक्ष या परोक्ष शासन था। यानी, राज्यों में या तो बीजेपी के ही मुख्यमंत्री थे या उसके समर्थन से किसी अन्य दल के मुख्यमंत्री बने थे। ये मोदी का ही मैजिक था की कभी पूरे देश में शासन करने वाली कांग्रेस महज 2 राज्यों में सीमट कर रह गई है । उत्तराखण्ड , उत्तर प्रदेश हो या बिहार जहां सरकारें विपक्ष की बदलती रहती थी मोदी का मैजिक ऐसा चला की लगातार यहां बीजेपी की सरकारें अपना दूसरी बार शासन कर रही हैं ।
जनधन योजना
भारत में गरीब नागरीकों के लिए बैंक खाते खुलवाना काफी मुश्किल था लेकिन प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे पहले देश में गरीबों के लिए जनधन योजना की शुरुआत की। इस योजना में जीरो बैलेंस पर गरीबों के खाते खोले गए जिससे गरीबों को अपना पैसा साहुकारों या घरों में रखने की बजाय बैंकों में रखने की सुविधा मिली। प्रधानमंत्री मोदी की ये दूरगामी सोच थी इससे भारतीय मुद्रा असल में कितनी है यह बैंकों के पास पहुंच गई ।
नोटबंदी
जनधन योजना से भारतीय बैंकों में पैसा तो आया लेकिन भारतीय बाजार में मौजूद काला धन लाना प्रधानमंत्री मोदी की सबसे बड़ी योजना थी । प्रधानमंत्री मोदी ने भारत में 500 और 1000 रुपये के नोटों को अवैधानिक करने की घोषणा कर दी । नोटबंदी का परिणाम ये हुआ की भारतीय रिजर्व बैंक के पास लगभग बाजार में दिया हुआ सारा काला धन जो की कैश में था वह वापस आ गया । लोगों को थोड़ी परेशानी हुई लेकिन इस काले धन से आम लोगों के लिए खास तौर पर किसानो मजदूरों के लिए भविष्य के लिए बनाई योजनाओं को पूरा करने का प्रधानमंत्री मोदी का सपना पूरा होना तय था ।
उज्ज्वला योजना
देश मे करोड़ों परिवार चुल्हे पर खाना बनाते हैं जिससे महिलाओं को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता था । पहले महिलाएं चुल्हें के लिए लकड़ी और उपलों के लिए अपना दिन खराब करती थीं जिसके बाद धुंए में बैठ कर परिवार के लिए खाना बनाती थी । चुल्हे पर खाना बनाने से महिलाओं को आंखों से लेकर फेफड़ों तक की बीमारियां जकड़ लेती थी । प्रधानमंत्री मोदी ने उज्ज्वला योजना की शुरुआत करते हुए गरीब परिवारों को मुफ्त गैस सिलेंडर बांटना शुरु किया । इस योजना का सबसे ज्यादा लाभ महिलाओं को मिला ।
किसान सम्मान निधि योजना
2019 में पीएम मोदी प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की शुरुआत की थी। इस योजना का लाभ उन सीमांत और छोटे किसानों को मिलने लगा जिनके पास खाद और बीज के लिए पैसों का बंदोबस्त करने के लिए साहुकारों से कर्ज लेना पड़ता था । साल में 3 किश्तों में 6000 रुपये किसानों के खातों में पहुंचने से उन किसानों को इसका सीधा लाभ मिल रहा है । 30 मई को किसानों को किसान सम्मान निधि की 11वीं किश्त मिल जाएगी ।
आयुष्मान योजना
भारत में गरीब लोगों को इलाज कराने में बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता था। गंभीर तौर पर बीमार होने पर या तो वे अपना घर और जमीन गिरवी रखते थे या हालात का शिकार हो कर काल के गाल में समा जाते थे । प्रधानमंत्री मोदी ने भारत में कोई नागरीक बगैर इलाज के मौत के मुंह में न चला जाए इसकी परिकल्पना को साकार करते हुए आयुष्मान योजना की शुरुआत की । इस योजना में गरीव व्यक्तियों को 5 लाख रुपये तक की मुफ्त इलाज की सुविधा किसी भी अस्पताल में लेने की सुविधा प्रदान की । आज आयुष्मान योजना का लाभ करोड़ो गरीब परिवार उठा रहे हैं ।
स्वच्छ भारत मिशन
स्वच्छ भारत मिशन की परिकल्पना के बारे में किसी ने सोचा भी नहीं था । घर के बाहर जा कर सौच करने की महिलाओं की इस बड़ी समस्या पर प्रधानमंत्री ने गहराई से विचार किया । स्कूलों में शौचालय न होने से भारत में बड़ी तादात में बच्चियों को स्कूल छोड़ने पर मजबूर होना पड़ता था ।भारत में पहली बार स्वच्छ भारत मिशन की शुरुआत की गई । शहरी और ग्रामीण इलाकों में इस योजना के तहत निशुल्क स्वचालय बनवाए गए न सिर्फ जरुरतमंद लोगों के घरों में बल्कि सार्वजनिक स्थानों खास तौर पर स्कूलों में इसका निर्माण अनिवार्य कर दिया गया। आज स्कूलों में शौचलय होने की वजह से छात्राओं का स्कूल से ड्राप आउट होना बड़ी तादात में कम हो गया है ।
गरीब कल्याण योजना
कृषि प्रधान देश में हर साल लाखों लाख टन अनाज सड़ जाता था । लेकिन इसके बावजूद भारत में कई गरीब परिवार ऐसे थे जिन्हें रात को बगैर खाए सोना पड़ता था । भारत में कोई भी भुखा न सोए इसकी चिंता प्रधानमंत्री के लिए सबसे बड़ी थी । गरीब कल्याण योजना की शुरुआत इसी मकसद से करते हुए प्रत्येक गरीब परिवार को 5 किलो से अधिक मुफ्त अनाज 80 करोड़ लोगों को वितरित किया जा रहा है ।
जल जीवन मिशन
भारत के कई गांवो में पीने के पानी का घोर संकट अभी भी है । महिलाओं को घर में पानी की कमी को पुरा करने के लिए कई किलोमीटर दूर तक जा कर पानी लाना पड़ता है । महिलाओं को ये कष्ट न उठाना पड़े और लोगों को पीने के लिए स्वच्छ पानी आसानी से उपलब्ध हो सके इसके लिए जल जीवन मिशन की शुरुआत की गई । आज लाखों गांवों में जल जीवन मिशन के तहत पानी की पाइप लाइनो को बिछा कर पीने का पानी पहुंचाया जा रहा है । इस योजना का लाभ भी सबसे ज्यादा महिलाओं को ही मिला है ।
तीन तलाक से मुक्ति
भारत में मुस्लिम महिलाओं के लिए पति द्वारा आसानी से तीन बार तलाक कह कर घर से निकाल दिए जाना सबसे दुखद और भयावह स्थिती रही है । भारत के कई इस्लामिक देशों में तीन तलाक गैर कानूनी है। यहां तक की पड़ोसी देश पाकिस्तान में भी ट्रिपल तलाक बैन है । मुस्लिम महिलाओं की इस सबसे बड़ी समस्या को दूर करने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने पहल की जिसके बाद ट्रिपल कानून पर रोक का कानून संसद से पास हो गया । भारत की मुस्लिम महिलाओं ने जिसके बारे में सोचा भी नहीं था प्रधानमंत्री मोदी ने वह कर दिखाया ।
विदेशों में बढाया भारत का मान
2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने विदेशों के दौरे शुरु किए जिससे भारत से दूरी बनाने वाले देशों में भारत की साख बढ़ी । तकनीक और रक्षा सौदों के अलावा विज्ञान और कला के क्षेत्र में किए गए अहम समझौतों के तहत प्रधानमंत्री मोदी ने मेक इन इंडिया कार्यक्रम को आगे बढ़ाया । रक्षा के क्षेत्र में किए गए समझौतों में दक्षिण कोरिया से K-9 टैंक हो या फ्रांस से राफेल के बेड़े को भारत को सौंपने का सौदा मोदी ने भारतीय सेना को मजबूत बनाया।
अन्तरिक्ष विज्ञान में बड़ा कदम
8 साल के में प्रधानमंत्री मोदी के शासन में स्पेस टैक्नॉलजी में भारत ने बड़ी उपलब्धी हासिल की है । मिशन मंगल , मिशन चन्द्र यान या फिर एक साथ 108 सेटेलाइटों को प्रक्षेपित कर सफलतापुर्वक उनकी कक्षाओं में स्थापित करने का ISRO का कारनामा मोदी सरकाक के कार्यकाल में बड़े कदम के तौर पर देखा जा सकता है । प्रधानमंत्री मोदी ने वैज्ञानिकों को खुली छूट दी की वे जिस तरह का भी अविष्कार करना चाहें सरकार उनके साथ है ।