जब भोजन को पचाने वाला अम्ल अम्ल आमाशय या आँत की दीवार को क्षति पहुंचाने लगता है तो उसे अल्सर की स्थिती कही जाती है, ये बेहद तनाव, पोषण की कमी और खान-पान में ग़लत तरीके से होता है लेकिन वैज्ञानिक ये भी मानत हैं कि ज़्यादातर अस्लह एक ख़ास प्रकार के जीवाणु हेली कोबैक्टर पायलोरी या एच पायलोरी द्वारा भी होता है।
शोध के मुताबिक़ कि अल्सर के बैक्टीकरिया शरीर में गंदे पानी या खराब खाने के ज़रिए पेट तक पहुंचते हैं । इनके प्रभावी होने से पेट में पाचन ख़राब हो जाता है..और गंभीर होने पर आपको खून की उल्टीे, मल में गहरे रंग का खून आना, उल्टीर या मतली महसूस होना, अचानक वजन कम होना या फिर भूख में परिर्वतन होना जैसे लक्षण सामने आते हैं। अगर अल्सर का उपचार समय रहते न किया जाए तो ये विकराल रूप धारण कर सकता है।
अल्सर की परेशानी को हल्के में न लें, अगर आपको अल्सर होने के लक्षण दिखाई पड़ रहे हैं तो तुरंत अपने आयुर्वेदाचार्य या डॉक्टर से संपर्क करें।
To subscribe click this link –
https://www.youtube.com/channel/UCXsAO-OBBelLjm9Sme9GEzA?sub_confirmation=1
Website : https://www.drbole.com/
Facebook : https://www.facebook.com/drbole
Twitter : https://twitter.com/drbole
Instagram : https://www.instagram.com/drbolecom/
Dailymotion – https://www.dailymotion.com/Drbole_health_hindi_tips