शीशम का Botanical नाम Dalbergia sissoo है, ये एक ऐसा पेड़ है जो आसानी से हर जगह मिल जाता है | शीशम के अगर आयुर्वेदिक फायदे की बात करें तो ये कुष्ठ रोग (LEPROSY), मासिक धर्म (Periods), जोड़ों के दर्द (joint pain), मूत्र विकार (Urinary disorder), उल्टी (vomiting), दस्त (dysentery) जैसी समस्याओं में बेहद फायदेमंद बताई जाती है.
1. गठिया के दर्द में – शीशम की बीज का तेल गठिया के दर्द में राहत दे सकता है.
2.मूत्र विकार- मूत्र विकार में शीशम की छाल का काढ़ा लाभदायक साबित हो सकता है
3.आंखों की समस्या में- आंखों की समस्या होने पर शीशम के पत्ते का रस..शहद के साथ फायदेमंद बताया गया है
4.जी मिचलाने पर- जी मिचलाने पर शीशम की लकड़ी के इस्तेमाल को एक कारगर इलाज माना गया है
5.कुष्ठ रोग – शीशम खून साफ करने में बेहद असरदार बचाया जाता है साथ ही कुष्ठ रोग के इलाज में भी
6.मासिक धर्म में- मासिक धर्म के दौरान अधिक रक्त स्त्राव होने पर शीशम की जड़ का काढ़ा फायदा पहुंचा सकता है
7.डायरिया में- शीशम की पत्तियां , डायरिया के इलाज मे लाभदायक बताया गया है
ये थे शीशम से जुड़े स्वास्थ्यवर्धक गुण लेकिन सेहत से जुड़ी किसी भी तरह की समस्या होने पर पहले डॉक्टर की सलाह लें…
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