रक्तदान करने से पहले बिल्कुल न करें, ये काम हो सकता है नुकसान…

0

:  हर साल 14 जून के दिन वर्ल्ड ब्लड डोनर डे मनाया जाता है। इसलिए बल्ड डोनेट करने से पहले और बाद में आपको किन बातों का खास ध्यान रखना चाहिए कि डोनर रक्त दान करने के योग्य हैं भी या नहीं। इसके बाद ब्लड टेस्ट करवाएं जिससे यह मालूम हो सके कि आपका ब्लड हेल्दी है या नहीं। हेल्दी ब्लड के लिए खून में हीमॉग्लोबिन का लेवल कम से कम 12.5 पर्सेंट होना चाहिए।

रक्तदान को महा दान कहा जाता है। ब्लड डोनेट करके आप किसी को नया जीवन तो देते ही हैं, साथ ही कई बीमारियों को दूर भी भगा सकते हैं। भारत में हर साल 1 करोड़ ब्लड यूनिट की जरूरत पड़ती है। ऐसे में अगर कोई ब्लड डोनेट नहीं करेगा तो ये भरपाई कहां से होगी। इसलिए रक्तदान जरूर करें। बहुत सारे लोगों को लगता है कि ब्लड डोनेट करने के बाद शरीर में कमजोरी आ जाती है, लेकिन ऐसा नहीं है। ब्लड डोनेट करने के 21 दिन बाद यह दोबारा बन जाता है।

जिन लोगों को किसी तरह का संक्रमण नहीं है वो ही रक्तदान कर सकते हैं।
अगर आप हाई ब्लड प्रेशर, किडनी या फिर डायबीटीज के मरीज हैं तो रक्तदान न करें। जिन महिलाओं का मिसकैरेज हुआ उन्हें छह महीने तक ब्लड डोनेट नहीं करना चाहिए।

अगर आप रक्तदान करने का सोच रहे हैं तो एक दिन पहले से स्मोक करना बंद कर दें। रक्तदान करने के बाद हर तीन घंटे में हैवी डाइट लें। इसमें आप ज्यादा से ज्यादा हैल्दी खाना ही लें। आप चाहि तो फल खा सकते हैं।  ज्यादातर रक्तदान करने के बाद रक्तदाता को खाने के लिए जूस, चिप्स, फल आदि दिए जाते हैं, इन्हें लेने से परहेज नहीं करना चाहिए।

रक्तदान करने से 48 घंटे पहले से शराब का सेवन बंद कर दें। अगर आपने 48 घंटों के बीच शराब का सेवन किया है तो आप ब्लड डोनेट नहीं कर सकते हैं। रक्तदान करने के बाद अगर आप हेल्दी डायट न लेकर तरल पदार्थ लेते रहेंगे, तो इससे आपको कमजोरी महसूस होगी।
एक बार में किसी के शरीर से भी 471 Ml से ज्यादा रक्त नहीं लिया जा सकता। लोगों को गलतफहमी होती है कि रक्तदान करने से हीमोग्लोबिन में कमी आती है, लेकिन ऐसा कुछ भी नहीं है।

यदि आप पत्रकारिता क्षेत्र में रूचि रखते है तो जुड़िए हमारे मीडिया इंस्टीट्यूट से:-