Typhoid समेत करे 7 बीमारियों का आयुर्वेदिक इलाज, बिसतेंदू | Hindi Health Tips

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बिसतेंदू (Diospyros cordifolia) नारंगी रंग का एक छोटा, मीठा फल होता है, इसे तेंदू नाम से भी जानते हैं. लेकिन आयुर्वेद में इसके बड़े गुण है. बिसतेंदू Typhoid, Diabetes के साथ -साथ सूजन, टॉन्सिल (Tonsil), डायरिया (Diarrhea), और आंखों के लिए लाभकारी बताया जाता है.

1. ल्यूकोरिया – आयुर्वेद के जानकार बिसतेंदू के फल को पानी में मिलाकर ल्यूकोरिया के इलाज में इस्तेमाल करते है…

2. सूजन- बिसतेंदू के पत्ते को पानी में साफ कर सूजन वाली जगह पर लगाने से सूजन कम हो सकती है

3.Tonsil- बिसतेंदू के कच्चे फल के काढ़े से गार्गल करने पर Tonsil कम किया जा सकता है

4.डायरिया – डायरिया होने पर इसकी छाल का काढ़ा फायदा पहुंचा सकता है

5.Diabetes – बिसतेंदू के फूल का इस्तेमाल Diabetes के इलाज में लाभकारी बताया गया है

6. Typhoid- बिसतेंदू के गोंद का काढ़ा Typhoid ठीक करने में मददगार माना गया है

7.आंखों के लिए- आयुर्वेद जानकार बिसतेंदू के रस का इस्तेमाल आंखों के लोशन के लिए भी करते हैं…

हालांकि आप किसी भी तरह का उपचार बिना किसी विशेषज्ञ की सलाह लिए बिना ना करें… और हेल्दी जानकारियों के लिए देखते रहें ..

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