शिवराज सिंह चौहान की प्रचंड जीत, कांग्रेस प्रत्याशी को 8 लाख से ज्यादा वोटों से हराया

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शिवराज ने कांग्रेस के प्रतिद्वंद्वी प्रताप भानु शर्मा को 8 लाख से ज्यादा वोटों से हराया है. यह मध्य प्रदेश की दूसरी सबसे बड़ी जीत है. इंदौर में बीजेपी के ही शंकर लालवानी ने 10 लाख से ज्यादा वोटों से विजयश्री प्राप्त की है.

मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और BJP उम्मीदवार शिवराज सिंह चौहान ने विदिशा लोकसभा सीट पर धमाकेदार जीत दर्ज की है. शिवराज ने कांग्रेस के प्रतिद्वंद्वी प्रताप भानु शर्मा को 8 लाख से ज्यादा वोटों से हराया है. यह मध्य प्रदेश की दूसरी सबसे बड़ी जीत है. इंदौर में बीजेपी के ही शंकर लालवानी ने 10 लाख से ज्यादा वोटों से विजयश्री प्राप्त की है.
मंगलवार सुबह 8 बजे से शुरू हुई मतगणना में शाम 6 बजे तक शिवराज सिंह चौहान 11 लाख 16 हजार 460 वोट पाकर 8 लाख 21 हजार 408 वोटों की लीड ले चुके थे. उनके मुकाबले कांग्रेस के प्रताप भानु शर्मा को 2 लाख 95 हजार 52 वोट ही मिल सके. इस सीट से 10 हजार 816 वोट पाकर तीसरे नंबर पर बसपा के किशन लाल रहे.

विदिशा लोकसभा सीट की बात करें तो यह सीट बीजेपी-जनसंघ का गढ़ मानी जाती रही है. इस सीट पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी से लेकर पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज जैसे दिग्गज नेता जीत हासिल कर चुके हैं. खुद शिवराज सिंह चौहान विदिशा सीट से पांच बार चुनाव जीत चुके हैं. बता दें कि सिर्फ 1980 और 84 के आम चुनाव को छोड़ दें तो आजतक कांग्रेस ने विदिशा संसदीय क्षेत्र में जीत हासिल नहीं कर पाई.

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शिवराज सिंह चौहान 1991 से लगातार विदिशा सीट से चुनाव जीत रहे थे. इसके बाद साल 2005 में वो राज्य के मुख्यमंत्री बने. उसके बाद शिवराज ने बुधनी से विधानसभा चुनाव लड़ा. बुधनी विधानसभा क्षेत्र भी विदिशा लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आता है. विदिशा लोकसभा सीट पर अटल बिहारी वाजपेयी (1991), सुषमा स्वराज (2009 और 2014) ने जीत हासिल की थी. पत्रकार रामनाथ गोयनका ने भी 1971 में चुनाव लड़ा था और जीते थे.