अतीक अहमद को उम्रकैद की सजा देने वाले जज दिनेश चंद्र शुक्‍ल की बढ़ाई गई सुरक्षा

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उमेश पाल किडनैपिंग केस में माफिया अतीक अहमद को उम्रकैद की सजा मिल चुकी है. प्रयागराज की एमपी-एमएलए कोर्ट के जज डॉ. दिनेश चंद्र शुक्ला ने इस सजा का ऐलान किया. अतीक को 44 साल में पहली बार किसी केस में सजा देने वाले जज डॉ. दिनेश चंद्र शुक्ला की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. उनके आवास के बाहर सुरक्षाकर्मियों को बढ़ा दिया गया है.

यूपी पुलिस के टॉप अफसरों के मुताबिक, लोकल पुलिस ने अपने स्तर पर पर्याप्त सुरक्षा जज दिनेश चंद्र शुक्ला को प्रदान की है. इतनी ही नहीं कोर्ट परिसर की भी सुरक्षा कड़ी की गई है. अभी उन्हें किसी श्रेणी की सुरक्षा नहीं मिली है. पुलिस अफसरों का कहना है कि किसी को सुरक्षा देने के लिए मीटिंग होती है, तब जाकर तय होता है.

स्पेशल कोर्ट के प्रीसीडिंग ऑफिसर जज दिनेश चंद्र शुक्ला, उत्तर प्रदेश के रायबरेली के रहने वाले हैं. दिनेश चंद्र शुक्ला ने साल 2009 बैच के न्यायिक अधिकारी हैं. 21 अप्रैल 2009 को उन्होंने भदोही के ज्ञानपुर में बतौर ज्यूडिशल मैजिस्ट्रेट अपने करियर की शुरुआत की थी. 2022 में स्पेशल कोर्ट (एमपी-एमएलए) के प्रीसीडिंग ऑफिसर के पद पर आने से पहले जज दिनेश चंद्र शुक्ला, इलाहाबाद के एडिशनल डिस्ट्रिक्ट एंड सेशन जज के पद पर तैनात थे.

बता दें, अतीक पर 100 से अधिक आपराधिक केस दर्ज हैं, लेकिन 17 साल पुराने उमेश पाल अपहरण केस में आज प्रयागराज की एमपी-एमएलए कोर्ट ने बड़ा फैसला सुनाया है. कोर्ट ने बाहुबली अतीक अहमद समेत 3 आरोपियों को दोषी करार दिया है. कोर्ट ने अपहरण के इस मामले में अतीक के अलावा हनीफ, दिनेश पासी को भी दोषी पाया है. जबकि, अतीक के भाई अशरफ समेत 7 को बरी कर दिया गया.

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