अक्सर गर्दन के पीछे की त्वचा पर काले पैच या लकीरें दिखने लगती हैं, जिसे लोग सामान्य सफाई की कमी या धूप के असर के कारण मान लेते हैं। लेकिन यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत भी हो सकता है। एक ऐसी ही बीमारी है एकेंथोसिस निग्रिकन्स (Acanthosis Nigricans), जिसमें गर्दन की त्वचा पर काले निशान या लकीरें उभरने लगती हैं। यह केवल कॉस्मेटिक समस्या नहीं है, बल्कि शरीर के अंदरूनी स्वास्थ्य से जुड़ी गड़बड़ी का संकेत हो सकती है, खासकर मेटाबॉलिज्म और डायबिटीज जैसी बीमारियों का।
क्या है एकेंथोसिस निग्रिकन्स?
एकेंथोसिस निग्रिकन्स एक स्किन डिजीज है जिसे ‘नेकलेस साइन’ भी कहा जाता है। इस बीमारी में गर्दन, कोहनी और अंडरआर्म्स की त्वचा काली और मोटी हो जाती है। सूजन के कारण त्वचा पर टेंडरनेस बढ़ जाती है, जिससे इसे छूने पर यह बहुत नर्म महसूस होती है। इसके प्रमुख लक्षणों में शामिल हैं:
- गर्दन, कोहनी और अंडरआर्म्स की त्वचा पर काले निशान या लकीरें।
- त्वचा में सिलवटों या लेयर की वृद्धि।
- प्रभावित क्षेत्रों में सूजन और रंग में बदलाव।
क्यों होती है त्वचा पर काली लकीरें?
गर्दन की स्किन पर दिखने वाले काले निशान शरीर के मेटाबॉलिज्म की समस्या से जुड़े हो सकते हैं। जब शरीर की मेटाबॉलिक रेट सही से काम नहीं करती, तो एकेंथोसिस निग्रिकन्स होने का खतरा बढ़ सकता है। इसके अलावा, यह कैंसर का भी संकेत हो सकता है।
डायबिटीज का संकेत
गर्दन पर काले निशान का सबसे बड़ा कारण हाई ब्लड शुगर लेवल हो सकता है। शरीर में इंसुलिन रेजिस्टेंस बढ़ने से गर्दन के पीछे की त्वचा काली पड़ने लगती है। ऐसे में यह डायबिटीज का संकेत हो सकता है। इसलिए अगर आपकी गर्दन पर इस तरह के निशान दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और डायबिटीज संबंधी जांच करवाएं।
इलाज और सावधानियां
अगर एकेंथोसिस निग्रिकन्स के लक्षण दिखें, तो इसे नजरअंदाज न करें। यह जरूरी है कि आप अपनी लाइफस्टाइल में बदलाव करें, जैसे स्वस्थ खान-पान अपनाएं, नियमित रूप से एक्सरसाइज करें और डॉक्टर की सलाह लें। समय पर पहचान और इलाज से इस समस्या को नियंत्रित किया जा सकता है।