भारतीय वायुसेना की क्षमता बढ़ाने के लिए रक्षा मंत्रालय एक्टिव, तैयार हो गई रिपोर्ट, नीजि क्षेत्र की होगी एंट्री

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भारतीय वायुसेना की क्षमता वृद्धि के लिए अधिकार प्राप्त समिति की रिपोर्ट रक्षा सचिव द्वारा रक्षा मंत्री को सौंपी गई! DRDO, DPSU और निजी क्षेत्र मिलकर ‘आत्मनिर्भरता’ के साथ निर्धारित लक्ष्यों को हासिल करने के लिए कार्य करेंगे!

भारतीय वायु सेना (आईएएफ) की क्षमताओं में वृद्धि के लिए अधिकार प्राप्त समिति की रिपोर्ट रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह द्वारा 03 मार्च, 2025 को नई दिल्ली में रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह को सौंपी गई। समिति ने प्रमुख रूप से महत्व दिए जाने वाले क्षेत्रों की पहचान की है। इस सिलसिले में अल्प, मध्यम और दीर्घ अवधि में कार्यान्वयन हेतु सिफारिशें की पेश की गई हैं, ताकि भारतीय वायु सेना के वांछित क्षमता संवर्धन लक्ष्यों को इष्टतम तरीके से प्राप्त किया जा सके।

इस रिपोर्ट में एयरोस्पेस क्षेत्र में ‘आत्मनिर्भरता’ को बढ़ावा देने के लिए निजी क्षेत्र द्वारा डी.पी.एस.यू. और डी.आर.डी.ओ. के प्रयासों को पूरक बनाने की आवश्यकता पर भी बल दिया गया है। रक्षा मंत्री ने समिति के कार्य की सराहना की है और निर्देश दिया है कि सिफारिशों का समयबद्ध तरीके से पालन किया जाए।

माननीय रक्षा मंत्री के निर्देश पर इस समिति का गठन सभी मुद्दों की समग्र जांच करने तथा एक स्पष्ट कार्य योजना तैयार करने के उद्देश्य से किया गया था। रक्षा सचिव ने इसकी अध्यक्षता की, जिसमें वायु सेना के उप प्रमुख, सचिव (रक्षा उत्पादन), रक्षा अनुसंधान एवं विकास विभाग के सचिव तथा डीआरडीओ के अध्यक्ष, महानिदेशक अधिग्रहण सदस्य व वायु सेना के सदस्य सचिव शामिल थे।