क्या आप जानते हैं की समयसूचक AM और PM का उद्गगम भारत में ही हुआ था..लेकिन हमें बचपन से यह रटवाया गया, विश्वास दिलवाया गया कि इन दो शब्दों AM और PM का मतलब होता है।
हां, समयसूचक AM और PM का उद्गम भारत में ही हुआ था. इनका मतलब संस्कृत के शब्दों से लिया गया है, सूर्य, जो कि हर आकाशीय गणना का मूल है, उसी को गौण कर दिया। अंग्रेजी के ये शब्द संस्कृत के उस वास्तविक ‘मतलब’ को इंगित नहीं करते।
AM का मतलब है – आरोहनम् मार्तण्डस्य, यानी सूर्य का आरोहण (चढ़ाव).
PM का मतलब है – पतनम् मार्तण्डस्य, यानी सूर्य का ढलाव.
दिन के बारह बजे से पहले सूर्य चढ़ता रहता है, इसलिए इसे AM कहते हैं. वहीं, बारह बजे के बाद सूर्य का अवसान यानी ढलाव होता है, इसलिए इसे PM कहते हैं.
भारत के अलावा, बांग्लादेश, मलेशिया, पाकिस्तान जैसे एशियाई देशों में भी AM और PM का इस्तेमाल होता है. वहीं, संयुक्त राज्य अमेरिका, आयरलैंड, न्यूज़ीलैंड, ऑस्ट्रेलिया, और यूनाइटेड किंगडम जैसे देशों में भी इस प्रणाली का पालन किया जाता है.
एंटे यानि पहले, लेकिन किसके? पोस्ट यानि बाद में, लेकिन किसके? यह कभी साफ नहीं किया गया, क्योंकि यह चुराये गये शब्द का लघुतम रूप था। काफ़ी अध्ययन करने के पश्चात ज्ञात हुआ और हमारी प्राचीन संस्कृत भाषा ने इस संशय को साफ-साफ दृष्टिगत किया है।
पश्चिम के प्रभाव में रमे हुए और पश्चिमी शिक्षा पाए कुछ लोगों को भ्रम हुआ कि समस्त वैज्ञानिकता पश्चिम जगत की देन है।
हम अपनी हजारों साल की समृद्ध विरासत, परंपराओं और संस्कृति का पालन करते हुए भी आधुनिक और उन्नत हो सकते हैं। इस से शर्मिंदा न हों बल्कि इस पर गौरव की अनुभूति करें और केवल नकली सुधारवादी बनने के लिए इसे नीचा न दिखाएं। समय निकालें और इसके बारे में पढ़ें / समझें / बात करें / जानने की कोशिश करें। अपनी हजारों साल की समृद्ध विरासत, परंपराओं और संस्कृति पर गौरवान्वित महसूस करें।