मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने ऐतिहासिक नगरी पानीपत को दी नववर्ष की एक और सौगात, इलेक्ट्रिक सिटी बस सेवा का किया शुभारंभ

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ऐतिहासिक नगरी पानीपत के साथ आज उस समय एक और सुखद अध्याय जुड़ गया, जब मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने पानीपत के नए बस स्टैंड सिवाह से इलेक्ट्रिक सिटी बस सेवा का शुभारंभ किया। इस पहल का उद्देश्य न सिर्फ प्रदेश के लोगों को सुगम परिवहन सुविधा का लाभ पहुंचाना है, बल्कि पर्यावरण प्रदूषण को भी कम करना है। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने पानीपत में पहले सात दिन इलेक्ट्रिक सिटी बस सेवा मुफ्त करने की घोषणा की, ताकि लोग अपनी कार व निजी वाहनों को छोड़ सार्वजनिक परिवहन से यात्रा कर सकें। सिटी बस सेवा का रूट भी शहर के लोगों की मांग व आवश्यकता को ध्यान में रखकर तैयार किया जाएगा। पानीपत में फिलहाल तीन इलेक्ट्रिक सिटी बस चालू की गई हैं। शीघ्र ही पांच अन्य बसों को भी बेड़े में शामिल किया जाएगा। सिटी बस सेवा यात्री किराया 10 से 50 रुपये के बीच होगा और रूट 28 से 30 किलोमीटर का होगा। शहर के लगते गांवों में सिटी बस सेवा का चरणबद्ध तरीके से विस्तार किया जाएगा।

मुख्यमंत्री ने पानीपत के लोगों को सिटी बस सेवा आरंभ होने पर शुभकामना दी और स्वयं भी सिटी बस से यात्रा की। उनके साथ राज्यसभा सांसद कृष्ण लाल पंवार, सांसद संजय भाटिया, शहर विधायक प्रमोद विज और परिवहन विभाग के प्रधान सचिव नवदीप विर्क ने भी यात्रा की।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सिवाह का बस स्टैंड उनके स्वयं के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस बस स्टैंड का नींव पत्थर के बाद उद्घाटन भी 18 जुलाई 2023 को उन्होंने ही किया था। आज यहीं से पानीपत सिटी बस सेवा शुरू की गई है, जिसका शहरवासियों व ग्रामीणों को भरपूर लाभ मिलेगा।

प्रदेश में 450 अत्याधुनिक, वातानुकूलित इलेक्ट्रिक बसों का भी होगा संचालन

मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने बताया कि पानीपत और जगाधरी में इलेक्ट्रिक सिटी बस के लांच के बाद पंचकूला, अंबाला, सोनीपत, रेवाड़ी, करनाल, रोहतक और हिसार सहित सात शहरों में सरकार की ओर से जून 2024 तक इलेक्ट्रिक सिटी बस सेवा शुरू करने का लक्ष्य रखा गया है।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल जो प्रदेश के वित्तमंत्री भी हैं, उन्होंने अपने वर्ष- 2023-2024 के बजट अभिभाषण के दौरान घोषणा की थी कि प्रदेश के 9 नगर निगमों और रेवाड़ी शहर में सिटी बस सेवा शुरू की जाएगी, जिसकी शुरुआत आज पानीपत से उन्होंने स्वयं की है। इसी कड़ी में गुरुग्राम, मानेसर और फरीदाबाद में मौजूदा सिटी बस सेवाओं का विस्तार किया जाएगा। यह पूरे देश में किसी भी राज्य द्वारा शुरू की गई एक अनूठी परियोजना बन गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि 450 अत्याधुनिक, वातानुकूलित इलेक्ट्रिक बसों के बेड़े के साथ, 12 वर्षों से अधिक समय की 2450 करोड़ रुपये की यह परियोजना प्रदूषण रहित पर्यावरण की दिशा में एक बड़ा कदम है।

हरियाणा परिवहन की बसों में यात्रा करना अन्य राज्यों के यात्रियों की है पहली पसंद

मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली अंतरराज्यीय बस अड्डे से अपने गंतव्य तक अन्य राज्यों के यात्रियों की हरियाणा परिवहन की बसों में यात्रा करना पहली पसंद है। प्रतिदिन 11 लाख किलोमीटर 11 लाख लोग हरियाणा परिवहन की बसों से यात्रा करते हैं। रोडवेज के बेड़े में 4651 बसों सहित 562 बसें किलोमीटर स्कीम तथा लगभग 1300 परमिट वाली बसें रूट पर दौड़ रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सड़क, रेल व हवाई कनेक्टिविटी बढ़ाने पर पिछले 9 वर्षों में उल्लेखनीय काम हुए हैं। अब हर जिला संपर्क सड़क मार्ग को राष्ट्रीय मार्ग से जोड़ा गया है। फाटक रहित रेल मार्ग पर जोर दिया गया है। इसी के तहत रोहतक में पांच किलोमीटर एलिवेटेड रेलवे ट्रैक संचालित किया गया है। कुरुक्षेत्र व कैथल में इस योजना पर काम प्रगति पर है। पिछले 9 वर्षों में 72 आरओबी-आरयूबी का निर्माण हुआ है। इसके अलावा 52 का कार्य प्रगति पर हैं। उन्होंने कहा कि कोविड के कारण सड़कों का निर्माण कार्य प्रभावित हुआ था। पिछले 9 वर्षों में 33 हजार किलोमीटर लंबी सड़कों के निर्माण व मरम्मत का कार्य किया गया, जिस पर 20 हजार करोड़ रुपये खर्च किए गए। इसी प्रकार से 7 हजार किलोमीटर नई सड़कों के निर्माण पर 4 हजार करोड़ रुपये खर्च किए गए। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग ने भी अपनी सड़कों को निर्माण पर 50 हजार करोड़ रुपये खर्च किए गए। पानीपत से डबवाली(पूर्व से पश्चिम) की ओर कनेक्टिविटी बढ़ाने के लिए एक्सप्रेस-वे के निर्माण को भारत सरकार ने स्वीकृति प्रदान की है। मुख्यमंत्री ने बताया कि पिछले 9 वर्षों में हरियाणा रोडवेज में लगभग 3500 चालकों व परिचालकों की नई भर्ती की गई है। इसके अलावा हरियाणा कौशल रोजगार निगम के माध्यम से 1500 चालक व परिचालकों की भर्ती की गई है।

दिल्ली के सराय काले खां से पानीपत तक रैपिड रेल ट्रांसपोर्ट सिस्टम शुरू होगा

मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि मैट्रो की तर्ज पर दिल्ली के सराय काले खां से पानीपत तक रैपिड रेल ट्रांसपोर्ट सिस्टम शुरू होगा, जिसका करनाल तक विस्तार करने का प्रयास किया जाएगा। इसी प्रकार कुंडली-मानेसर एक्सप्रेस-वे के साथ-साथ हरियाणा ओरबीट रेल सेवा भी आरंभ की जा रही है, जिससे कुंडली से पानीपत तक बढ़ाया जाएगा। इससे लोगों को आवागमन की बेहतर सुविधा मिलेगी। अब हरियाणा का अपना हवाई अड्डा हिसार में होगा। इसे दिल्ली से फास्ट ट्रैक एक्सप्रेस-वे से जोड़ा जाएगा। इसी तरह से हांसी-रोहतक रेलवे ट्रैक का निर्माण किया जा रहा है। हिसार को दिल्ली से सीधी रेलवे की फास्ट कनेक्टिविटी मिलेगी।

हरियाणा हर दृष्टि से देश-विदेश के निवेशकों का मनपसंद गंतव्य बन गया है। उन्होंने कहा कि उद्योग फले-फूले और स्थानीय युवाओं को रोजगार मिले, इसके लिए प्रदेश सरकार ने अपनी उद्योग नीति में ईज आफ डूइंग बिजनेस को सरल किया है।

7 शहरों में इलेक्ट्रिक बसों के लिए 110 करोड़ की लागत से बनेंगे नए बस स्टैंड

परिवहन विभाग के प्रधान सचिव श्री नवदीप विर्क ने अपने स्वागतीय भाषण में मुख्यमंत्री को अवगत कराया कि प्रदेश के 7 शहरों में इलेक्ट्रिक बसों के लिए 3-3 एकड़ में 110 करोड़ की लागत से नए बस स्टैंड बनाए जाएंगे, जिनमें चार्जिंग की सुविधा उपलब्ध होगी।

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उन्होंने बताया कि राज्य सरकार ने बस निविदा प्रक्रिया के लिए भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के तहत एक इकाई कन्वर्जेंस एनर्जी सर्विसेज लिमिटेड (सीईएसएल) को अपना सलाहकार नियुक्त किया है। सीईएसएल द्वारा राष्ट्रीय ई-बस प्लान के तहत किए गए एक वैश्विक निविदा प्रक्रिया के बाद, 375 (12 मीटर लंबी) बसों के लिए ऑर्डर दिया गया था, जिसका उपयोग इन सिटी बस सर्विस के तहत परिचालन के लिए किया जाएगा। इसके अलावा मिनी बसें भी चालू की जाएंगी।