यह फिल्म गोधरा कांड पर बनी थी, उस समय पीएम मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे। गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह समेत कई मंत्री,सांसद और अभिनेता भी फिल्म देखने पहुंचे।
अभिनेता जितेंद्र ने प्रधानमंत्री मोदी व मंत्रिमंडल के साथ फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ देखने के बाद कहा, “प्रधानमंत्री के साथ फिल्म देखते हुए मैंने यही कहा कि मैंने फिल्म इंडस्ट्री में 50 साल बिताए लेकिन अपनी बेटी की वजह से पहली बार कोई फिल्म प्रधानमंत्री के साथ देख रहा हूं, उन्होंने भी कहा कि प्रधानमंत्री बनने के बाद यह पहली फिल्म है जो वे देख रहे हैं।”
विक्रांत मैसी स्टारर द साबरमती रिपोर्ट 15 नवंबर को रिलीज हुई। फिल्म की अवधि 2 घंटे 7 मिनट है। स्क्रीनिंग के बाद पीएम मोदी ने फिल्म के निर्माताओं की तारीफ की।
उन्होंने लिखा- एनडीए के साथी सांसदों के साथ ‘द साबरमती रिपोर्ट’ की स्क्रीनिंग में शामिल हुआ। फिल्म के निर्माताओं के प्रयासों की मैं सराहना करता हूं।
दिग्गज अभिनेता जीतेंद्र और फिल्म में अहम भूमिका निभाने वाली राशि खन्ना ने बैठक के बाद पत्रकारों से कहा कि मोदी ने उन्हें बताया कि प्रधानमंत्री बनने के बाद यह पहली फिल्म है जिसे उन्होंने देखा है।
दरअसल, पीएम मोदी का साबरमती एक्सप्रेस एस-59 से गहरा कनेक्शन है। भारतीय लोकतंत्र में संवैधानिक पद पर बैठे थे और इतना बड़ा षड्यंत्र रचा गया और कारसेवकों को जला कर मार दिया गया। इसके बाद गुजरात में दंगे भड़क गए।
मीडिया और तत्कालीन यूपीए सरकार ने सीएम मोदी का सख्ती से ट्रायल किया और जो भी जाँच एजेंसी थी सब बैठा दी। केंद्र में सिर्फ़ गुजरात दंगे और अपने पीड़ित वोट बैंक को रखा था।
जबकि साबरमती एक्सप्रेस साजिश को नकारा गया, न कोई मीडिया,न फ़िल्म मेकर इसपर फ़िल्म बनाने निकला। चूँकि सरकार बदली है तो ये अपना वर्जन दिखलाएगी और बालाजी टेलीफिल्म्स ने द साबरमती रिपोर्ट बनाई है और सच्चाई सामने रखी है।