भगवान वेन्कटेशवर के नाम
भगवान वेन्कटेशवर के नाम
ओम श्री वेंटकेशाय नमः
लक्ष्मीपतये नमः
ओम अनामयाया नमः
ओम अमृतमसाया नमः
जगद्वन्द्याय नमः
ओम गोविंदाय नमः
शाश्वताय नमः
ओम प्राभवे नमः
शेषदृनिलयाया नमः
भगवान वेंकटेश्वर को बालाजी, गोविन्दा और श्रीनिवास के नाम से भी जाना जाता है। भगवान विष्णु को समर्पित यह मंदिर आन्ध्रप्रदेश के चित्तूर जिले के तिरुपति में स्थित है तथा यह भारत के प्रसिद्ध तीर्थस्थलों में से एक है।
पुराणों के अनुसार, श्री विष्णु ने कुछ समय के लिए स्वामी पुष्करणी नामक सरोवर के किनारे निवास किया था। यह सरोवर तिरुमला के पास स्थित है। तिरुमाला-तिरुपति के चारों ओर स्थित पहाड़ियाँ, शेषनाग के सात फनों के आधार पर बनीं ‘सप्तगिरि’ कहलाती हैं। वैकुण्ठ एकादशी के अवसर पर लोग तिरुपति वेन्कटेशवर मन्दिर पर प्रभु के दर्शन के लिए आते हैं, जहाँ पर साक्षात [बालाजी] विराजमान हे। यहां आने के पश्चात भक्तो को जनम मरण के बंंधन से मुक्ति मिलती हैं ओर सारे पाप धुल जाते हैं,
श्री वैंकटेश्वर का प्राचीन मंदिर तिरुपति पहाड़ की सातवीं चोटी (वैंकटचला) पर स्थित है। यह श्री स्वामी पुष्करिणी के दक्षिणी किनारे पर स्थित है। श्री वेंकट पहाड़ी का स्वामी होने के कारण ही इन्हें वैंकटेश्वर कहा जाने लगा। इन्हें सात पहाड़ों का भगवान भी कहा जाता है। मंदिर के गर्भगृह में भगवान वैंकटेश्चर साक्षत विराजमान है।