मनसा देवी आरती।। Mansa Devi Aarti

165

जय मनसा माता आरती

जय मनसा माता आरती , श्री जय मनसा माता,
जो नर तुमको ध्याता, जो नर मैया जी को ध्याता,
मनोवांछित फल पाता, जय मनसा माता॥

जरत्कारू मुनि पत्नी, तुम वासुकि भगिनी
कश्यप की तुम कन्या, आस्तीक की माता,
जय मनसा माता॥

सुर नर मुनि जन ध्यावत, सेवत नर नारी
गर्व धन्वंतरि नाशिनी, हंसवाहिनी देवी
जय नागेश्वरी माता, जय मनसा माता॥

पर्वतवासिनी, संकटनाशिनी, अक्षय धनदात्री,
पुत्र पौत्रदायिनि माता, मन इच्छा फल दाता,
जय मनसा माता॥

मनसा जी की आरती जो कोई नर गाता,
मैया जो जन नित गाता,
कहत शिवानंद स्वामी, रटत हरिहर स्वामी,
सुख संपति पाता, जय मनसा माता॥