गायत्री माँ जी की आरती
गायत्री माँ जी की आरती कीजै
ॐ जय गायत्री माँ, मैया जय गायत्री माँ।
शरण पड़ा जो तुम्हारी, शरण पड़ा जो मैया जी की।
जीवन सुफल बना। ॐ जय…
ब्रह्मशक्ति जग जननी, वेदों की माता। मैया…
भाग्य विधाता तुम्ही, घट-घट की ज्ञाता। मैया…
दिव्य दृष्टि देकर माँ, कर दो उजियारा। मैया…
अष्ट सिद्धियाँ पाकर, होऊ सुखियारा। मैया…
ब्रह्म, विष्णु, पुरारी, महिमा गान करे। मैया…
सुर-नर मुनि सब ध्यावे, मन आनंद भरे। मैया…
लक्ष्मी दुर्गा काली, विद्या वरदानी। मैया…
सावित्री, गायत्री, तुम हो कल्यानी। मैया…
सब दुख हरने वाली, सुख देने वाली। मैया…
प्रेम, भक्ति, धन, वैभव, घर भरने वाली। मैया…
काम, क्रोध, मद, लोभ, अहं, यह पांचों दुखदाई। मैया…
ध्यान धरैं जो तुम्हारा, उनके नश जाई। मैया…
श्रद्धा भक्ति सहित मां, करे जाप तेरा। मैया…
मुक्ति होई मिटि जावै, चौरासी फेरा। मैया…
आरती मातु तुम्हारी, सेवक बनि गावै। मैया…
‘कमलानंद’ कहैं सो, मन वांछित फल पावै। मैया…
श्री श्री 1008 गुरु कमलानंद जी महाराज द्वारा रचित
बाबा महावतार सेवा ट्रस्ट(रजि.)
मंदिर-
(श्री काली देवी मंदिर, बैंक कॉलोनी, नजदीक, रेलवे फाटक, सीएमसी
अस्पताल, हिसार, हरियाणा)
धाम-
(बड़वा धाम, हिसार, राजगढ़ रोड़, SH52 बड़वा)