शुक्र का तुला में गोचर, किस राशि के लिए फलदायी, किसके लिए कठिनाई?

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वैदिक ज्योतिष के अनुसार शुक्र ग्रह को एक नैसर्गिक शुभ ग्रह के रूप में माना जाता है। जिसका प्रभाव अमूमन जातकों के जीवन पर सकारात्मक रूप से ही पड़ता है। इस ग्रह को विशेष रूप से सौंदर्य, कला, प्रेम और विभिन्न सांसारिक सुखों का कारक माना जाता है। यदि व्यक्ति की कुंडली में शुक्र की स्थिति मजबूत होती है तो इससे जातकों को विशेष रूप से जीवन में भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है। ऐसे व्यक्ति का जीवन आलीशान रूप से बीतता है। कुंडली में शुक्र की स्थिति अनुकूल होने से जातक को प्रेम संबंध और वैवाहिक जीवन में अच्छे परिणाम प्राप्त होते हैं। इसके साथ ही साथ उन्हें विदेश यात्रा, वाहन और विभिन्न लक्ज़री चीजों का सुख प्राप्त होता है। वहीं दूसरी तरफ यदि किसी की कुंडली में शुक्र की स्थिति कमजोर हो तो, ऐसे व्यक्ति को जीवन में कड़ी मेहनत के वाबजूद भी कुछ ख़ास सुख की प्राप्ति नहीं हो पाती है। शुक्र के नकारात्मक प्रभावों से जातक त्वचा या यौन रोग से पीड़ित हो सकते हैं। यदि कुंडली में शुक्र की स्थिति अनुकूल ना हो तो, शुक्र ग्रह की शांति के उपाय करने चाहिए। आज इस लेख के माध्यम से हम आपको 2019 में शुक्र के तुला राशि में होने वाले गोचर का विभिन्न राशि के जीवन पर पड़ने वाले परिणामों के बारे में बताने जा रहे हैं।

गोचर का समय

शुक्र के तुला राशि में गोचर का समय शुक्र ग्रह 4 अक्टूबर 2019, शुक्रवार को प्रातः 04:56 बजे कन्या राशि से निकल कर तुला राशि में गोचर करेगा और 28 अक्टूबर 2019, सोमवार को प्रातः 08:12 बजे तक इसी राशि में स्थित रहेगा। शुक्र के तुला राशि में होने वाले इस गोचर का असर सभी बारह राशियों पर देखने को मिलेगा।