अष्टम भाव में स्थित गुरु का फल।। Jupiter in Eighth House

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आठवें भाव में बृहस्पति की स्थिति आपको दीर्घायु प्रदान कर आपको चिरंजीवी बनाता है। आपकी शारीरिक संरचना कुछ इस प्रकार होती है कि लोग बरवश आपकी ओर आकृष्ट हो जाते हैं। यह इस बात का भी संकेत है कि आप अपने पिता के घर में बहुत दिनो तक नहीं रहेंगे। आप स्वजनों से इतना अधिक लगाव रखेंगे कि उनके लिए छोटे से छोटा काम करने को भी तैयार रहेंगे।

आपको किसी वसीयत के माध्यम से भी धन की प्राप्ति हो सकती है। यहां स्थित बृहस्पति आपको कंजूस और लालची भी बना सकता है। अत: इन पर नियंत्रण रखते हुए मन की चंचलता पर भी नियंत्रण रखना जरूरी होगा। आप एक योगाभ्यासी व्यक्ति होंगे। आपको उत्तम से उत्तम तीर्थ यात्राओं को करने का मौका मिलेगा। आप अपनी कुल परंपरा को बहुत महत्त्व देते हैं।

अस्वस्थ होने की अवस्था में आपकी प्रकृति में अंतर आ जाता है। आपको शूल रोग होने का भय भी रहता है। आपको अच्छे मित्रों की संगति मिलती है। बृहस्पति की यह स्थिति कभी-कभी विवाह के माध्यम से खूब धनार्जन भी करवाती है। आप ज्योतिष प्रेमी और स्थिरमति व्यक्ति हो सकते हैं। यहां स्थित बृहस्पति आपको मोक्ष का अधिकारी भी बनाता है।