आरतीभक्ति धर्म झूंझनू श्री राणी सती दादी जी की आरती (Jhunjhnu Rani Sati Dadi Maa ki Aarti) September 13, 2020 FacebookTwitterPinterestWhatsApp झूंझनू श्री राणी सती दादी जी की आरती झूंझनू श्री राणी सती दादी जी की आरती ॐ जय श्री राणी सती माता, मैया जय राणी सती माता । अपने भक्त जनन की, दूर करन विपत्ती ॥ ॐ जय श्री राणी सती माता, मैया जय राणी सती माता ॥ अवनि अननंतर ज्योति अखंडीत, मंडितचहुँक कुंभा । दुर्जन दलन खडग की, विद्युतसम प्रतिभा ॥ ॐ जय श्री राणी सती माता, मैया जय राणी सती माता ॥ मरकत मणि मंदिर अतिमंजुल, शोभा लखि न पडे । ललित ध्वजा चहुँ ओरे, कंचन कलश धरे ॥ ॐ जय श्री राणी सती माता, मैया जय राणी सती माता ॥ घंटा घनन घडावल बाजे, शंख मृदुग घूरे । किन्नर गायन करते, वेद ध्वनि उचरे ॥ ॐ जय श्री राणी सती माता, मैया जय राणी सती माता ॥ सप्त मात्रिका करे आरती, सुरगण ध्यान धरे । विविध प्रकार के व्यजंन, श्रीफल भेंट धरे ॥ ॐ जय श्री राणी सती माता, मैया जय राणी सती माता ॥ संकट विकट विदारनि, नाशनि हो कुमति । सेवक जन ह्रदय पटले, मृदूल करन सुमति ॥ ॐ जय श्री राणी सती माता, मैया जय राणी सती माता ॥ अमल कमल दल लोचनी, मोचनी त्रय तापा । त्रिलोक चंद्र मैया तेरी, शरण गहुँ माता ॥ ॐ जय श्री राणी सती माता, मैया जय राणी सती माता ॥ या मैया जी की आरती, प्रतिदिन जो कोई गाता । सदन सिद्ध नव निध फल, मनवांछित पावे ॥ ॐ जय श्री राणी सती माता, मैया जय राणी सती माता । अपने भक्त जनन की, दूर करन विपत्ती ॥