सूर्य देव जी की आरती | Aarti

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जय सूरज देवा-स्वामी जय सूरज देवा।

कश्यम-अदिति दुलारे-2, करो सुफल सेवा।।

पुण्य बढ़ावन हारे-पावन सुखदाई। स्वामी…

करत पाप को नाशा-2, देखत भई जाई।। ॐ जय…

भक्त जनों के प्यारे-मेटत अंधियारा। स्वामी…

प्रातः पावनकारी-2, फैला उजियारा।। ॐ जय.

लाल पुष्प करे सोहै, रक्ताम्बर साजे। स्वामी…

आभूषण सुखकारी-2, अस्त्रन संग राजे।। ॐ जय…

लाल पुष्प करे सोहै, रक्ताम्बर साजे। स्वामी…

आभूषण सुखकारी-2, अस्त्रन संग राजे। ॐ जय…

अश्व सात रथ आगे, मंगल शुभकारी। स्वामी…

फिरै मरूत गति आगे-2, सुंदर मन हारी।। ॐ जय…

रोग-शोक सब नाशै, लीजै अपनाई। स्वामी…

व्याधि रहै न कोई-2, जय दिनपति सांई।। ॐ जय…

ज्ञान-भक्ति मोंहि दीजै, सेवक निज जानी।। स्वामी…

कृपा-दृष्टि बरषाई-2, वर दो वरदानी।। ॐ जय…

जन्म चराचर सारे-प्रभु तुमसे पाई। स्वामी…

पालन-पोषण सबका-2, तुम्ही करत सांई।। ॐ जय सूरज देवा…

श्री भास्कर जी की आरती-जो कोई नर गावै। स्वामी…

‘कमलानंद’ कहैं सो-2, भोग-मोक्ष पावै।। ॐ जय…

श्री श्री 1008 गुरु कमलानंद जी महाराज द्वारा रचित

बाबा महावतार सेवा ट्रस्ट(रजि.)
मंदिर-
(श्री काली देवी मंदिर, बैंक कॉलोनी, नजदीक, रेलवे फाटक,
सीएमसी अस्पताल, हिसार, हरियाणा)
धाम-
(बड़वा धाम, हिसार, राजगढ़ रोड़, SH52 बड़वा)