भारतीय रेलवे 16 अप्रैल को अपना स्थापना दिवस मनाएगा। वर्ष 1853 में 16 अप्रैल के दिन ही पहली बार भारत में ट्रेन का संचालन किया गया था और इस दिन को भारतीय रेलवे का स्थापना दिवस माना जाता है। लेकिन इस बार स्थापना दिवस पर रेल के पहिये थमे रहेंगे। यहां बता दें कि इस साल रेलवे के 167 साल पूरे हो रहे हैं। इतिहास में यह पहला मौका होगा जब उसके स्थापना दिवस पर यात्री ट्रेनों के पहिए थमे रहेंगे।
भारतीय रेलवे के प्रवक्ता ने कहा- रेलवे के इतिहास में इतने दिनों तक यात्री सेवा कभी भी बाधित नहीं रही। यहां तक कि विश्र्वयुद्ध, वर्ष 1974 की रेलवे हड़ताल, राष्ट्रीय या प्राकृतिक आपदा के बीच भी इतने दिनों तक यात्री ट्रेनों का संचालन बाधित नहीं रहा। मुंबई में तो आतंकी हमले, बम धमाके और मानसून की भीषण बारिश में भी यात्री सेवा इतने दिनों तक नहीं रोकी गई। यह लॉकडाउन अभूतपूर्व है।
वर्ष 1974 की हड़ताल भी असाधारण थी और तब कर्मचारी काम पर नहीं आ रहे थे और कर्मचारी संघ बातचीत कर रहे थे। इसके बावजूद अंतिम दिनों में आवश्यक सामग्री की ढुलाई के लिए ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया गया था। यह हड़ताल 8 से 27 मई तक चली थी।