कोरोना वायरस महामारी से वैश्विक मंदी की आशंका के चलते शुरुआती कारोबार में सेंसेक्स और निफ्टी शुक्रवार को अपने निचले सर्किट स्तर पर पहुंच गए। इसके बाद शेयर बाजारों में 45 मिनट के लिए कारोबार रोकना पड़ा। सुबह के कारोबार में शेयर बाजारों में भारी बिकवाली रही। बीएसई सेंसेक्स 3,213 अंक यानी 10.86 प्रतिशत गिरकर 29,564.58 अंक पर रहा। इससे सेंसेक्स अपने निचले सर्किट स्तर पर पहुंच गया। इसी तरह एनएसई निफ्टी 966.10 अंक यानी 10.07 प्रतिशत टूटकर 8,624.05 अंक पर रहा। शेयर बाजारों में प्रतिदिन कारोबार के लिए एक कीमत दायरा तय होता है।
इसकी उच्चतम और निम्नतम सीमा होती है, जिसे सर्किट लिमिट कहा जाता है। पिछले सत्र के कारोबार में सेंसेक्स 2,919.26 अंक गिरकर 32,778.14 अंक पर और निफ्टी 868.25 अंक टूटकर 9,590.15 अंक पर बंद हुआ था आरंभिक आंकड़ों के अनुसार विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने बृहस्पतिवार को 3,475.29 करोड़ रुपये की बिकवाली की। सेंसेक्स में शामिल सभी शेयरों में नकारात्मक रुख देखा गया। एचसीएल टेक के शेयर में सबसे अधिक 15 प्रतिशत तक गिरावट दर्ज की गयी। इसके बाद टेक महिंद्रा, कोटक बैंक, टीसीएस, इंडसइंड बैंक, एक्सिस बैंक और एनटीपीसी के शेयर में गिरावट दर्ज की गयी।
वर्ष 1987 के बाद सबसे बड़ी गिरावट के साथ वाल स्ट्रीट पर 10 प्रतिशत की गिरावट रही। वहीं लंदन के शेयर बाजार के लिए भी यह सबसे बुरा दिन रहा। बर्लिन की दीवार गिरने के 1989 के सबसे बुरे दिन के बाद फ्रैंकफर्ट शेयर बाजार के लिए भी यह सबसे ज्यादा नुकसान वाला दिन रहा। 1989 में पेरिस शेयर बाजार को रिकॉर्ड बुरा समय देखना पड़ा था। ब्रेंट कच्चा तेल 0.90 प्रतिशत गिरकर 32.92 डॉलर प्रति बैरल रहा। भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 74 हो गयी है।