भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम मोदी व पुतिन की संयुक्त उपस्थिति, आर्थिक साझेदारी को नई गति मिलने की उम्मीद

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अंतरराष्ट्रीय व्यापार और आर्थिक सहयोग को नई दिशा देने के उद्देश्य से आयोजित बिजनेस फोरम में भारत के प्रधानमंत्री और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने संयुक्त रूप से हिस्सा लिया। इस मंच पर दोनों नेताओं की मौजूदगी को वैश्विक रणनीतिक संबंधों को मजबूत बनाने और आर्थिक सहयोग को विस्तारित करने की बड़ी पहल माना जा रहा है। कार्यक्रम में उद्योग जगत, निवेशक समुदाय व अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञों की भी भारी भागीदारी देखने को मिली।

फोरम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की विकास यात्रा केवल आर्थिक विस्तार तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका लक्ष्य वैश्विक मानवता की भलाई में योगदान देना है। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि भारत ऐसी नीतियों और नवाचारों पर कार्य कर रहा है, जो पूरी दुनिया के लिए लाभकारी हों। पीएम ने स्थायी विकास, तकनीकी प्रगति और आर्थिक साझेदारी को भविष्य की विश्व उन्नति का आधार बताया।

वहीं राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भारत-रूस के बीच दशकों पुराने भरोसे और सहयोग को याद करते हुए ऊर्जा, रक्षा, व्यापार और तकनीकी क्षेत्रों में साझेदारी को और मजबूत करने की बात कही। फोरम में व्यापारिक बाधाओं को कम करने, निवेश बढ़ाने और नवाचार को प्रोत्साहन देने जैसे मुद्दों पर विस्तृत चर्चा हुई।

कार्यक्रम के दौरान युवाओं, स्टार्टअप्स, डिजिटल अर्थव्यवस्था और उभरती तकनीकों पर सहयोग बढ़ाने की सामूहिक इच्छा भी व्यक्त की गई। विशेषज्ञों का मानना है कि इस फोरम में हुई बातचीत आगे चलकर कई बड़े आर्थिक समझौतों और संयुक्त परियोजनाओं का आधार बन सकती है।

प्रधानमंत्री का “मानवता की भलाई” वाला संदेश भारत की व्यापक और सर्वसमावेशी वैश्विक दृष्टि को दर्शाता है, वहीं पुतिन की उपस्थिति ने इस आयोजन की अहमियत और बढ़ा दी। यह साफ संकेत है कि भारत और रूस वैश्विक आर्थिक व्यवस्था में अपनी भूमिका को नए आयाम देने की दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ रहे हैं।