भारत-ब्रिटेन साझेदारी को नई दिशा, क्वांटम टेक्नोलॉजी और एआई पर होगा फोकस

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भारत और ब्रिटेन के बीच विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सहयोग को नई ऊंचाई देने की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर की मुंबई यात्रा के दौरान दोनों देशों ने क्वांटम कंप्यूटिंग जैसे उन्नत क्षेत्रों में संयुक्त अनुसंधान और कार्य को लेकर विशेष पहल करने पर सहमति जताई।

क्वांटम टेक्नोलॉजी पर साझा पहल

स्टार्मर ने शुक्रवार को मुंबई में भारतीय उद्योगपतियों और प्रौद्योगिकी विशेषज्ञों से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में वैश्विक अर्थव्यवस्था क्वांटम टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित होगी। इस संदर्भ में भारत-ब्रिटेन साझेदारी नई संभावनाओं का द्वार खोलेगी। दोनों देशों ने शोध, प्रशिक्षण और स्टार्टअप्स को जोड़ने के लिए साझा ढांचा तैयार करने पर जोर दिया।

भारतीय कंपनियों से मुलाकात

ब्रिटिश प्रधानमंत्री ने मुंबई में भारतीय कंपनियों के शीर्ष अधिकारियों से मुलाकात कर निवेश और नवाचार को बढ़ाने पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन भारत के साथ मिलकर वैश्विक टेक्नोलॉजी हब बनने की दिशा में कदम बढ़ाना चाहता है।

रणनीतिक साझेदारी को मजबूती

भारत और ब्रिटेन पहले से ही रक्षा, शिक्षा और स्वास्थ्य क्षेत्रों में सहयोग कर रहे हैं। अब क्वांटम कंप्यूटिंग और एआई को इसमें शामिल करने से दोनों देशों की रणनीतिक साझेदारी और मजबूत होगी। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे साइबर सुरक्षा, डेटा प्रोसेसिंग और अगली पीढ़ी की कंप्यूटिंग प्रणालियों में बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा।

मुंबई यात्रा का महत्व

कीर स्टार्मर की यह मुंबई यात्रा उनके प्रधानमंत्री बनने के बाद भारत की पहली बड़ी यात्रा मानी जा रही है। उन्होंने कहा कि भारत-ब्रिटेन साझेदारी केवल आर्थिक रिश्तों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह विज्ञान, नवाचार और युवाओं के भविष्य को सुरक्षित बनाने का भी संकल्प है।