नींबू के पत्तों के अद्भुत फायदे! पारंपरिक नुस्खों से लेकर आधुनिक चर्चा तक

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नींबू को हम सभी उसके खट्टे स्वाद और सुगंध के लिए जानते हैं। चाट हो या सलाद, नींबू हर डिश को स्वादिष्ट बना देता है। लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि नींबू के पत्ते भी पारंपरिक चिकित्सा में उपयोग किए जाते रहे हैं। आयुर्वेद और देसी नुस्खों में नींबू के पत्तों को कई तरह की समस्याओं के समाधान के रूप में बताया गया है।

1. पेट के कीड़े (कृमि रोग)

पारंपरिक मान्यताओं के अनुसार, नींबू के पत्तों के रस में शहद मिलाकर नियमित सेवन करने से पेट के कीड़ों को खत्म करने में मदद मिल सकती है। कई पुराने ग्रंथों में नींबू के बीजों का चूर्ण भी लाभकारी माना गया है।

2. सिरदर्द या माइग्रेन में राहत

नींबू के पत्तों के रस को नाक से सूंघना, गाय के घी या सरसों के तेल की कुछ बूंदें सूंघना या नथुनों में डालना जैसे घरेलू उपाय कई लोग सिरदर्द व माइग्रेन से राहत पाने के लिए अपनाते हैं। इन परंपरागत नुस्खों का दावा है कि ये सिरदर्द की तकलीफ को कम करने में सहायक हो सकते हैं।

3. नाक से खून आने पर उपयोग

कई घरेलू नुस्खों में ताजे नींबू के रस को नाक में पिचकारी देने की सलाह दी जाती है। पारंपरिक मान्यता है कि इससे नकसीर की समस्या में राहत मिल सकती है।

4. त्वचा सम्बंधित समस्याओं के लिए कारगर

त्वचा संबंधित समस्याओं को दूर करने के लिए भी नींबू के पत्तों के रस का इस्तेमाल कर सकते हैं. ये रिंकल्स और पिंपल्स जैसी समस्याओं को दूर करने में मदद करता है.

हालांकि ये सभी उपाय लोक मान्यताओं और पुराने अनुभवों पर आधारित हैं, लेकिन इन पर वैज्ञानिक रिसर्च सीमित है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर समस्या गंभीर हो तो बिना डॉक्टर की सलाह के कोई घरेलू नुस्खा अपनाना ठीक नहीं। किसी भी उपचार को अपनाने से पहले योग्य चिकित्सक या आयुर्वेद विशेषज्ञ से परामर्श जरूर करें।

सोशल मीडिया और इंटरनेट पर आयुर्वेद व देसी नुस्खों के प्रति रुचि बढ़ रही है। लोग अब फिर से पारंपरिक चिकित्सा के तरीकों को जानने और समझने लगे हैं।