नकली दवाओं पर सीएम धामी का वार, जांच एजेंसियों को सक्रिय रहने के आदेश

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    मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेश में नकली और घटिया दवाओं के कारोबार पर सख्ती बरतने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट आदेश दिया कि दवा की गुणवत्ता से किसी भी तरह का समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।

    मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य विभाग व औषधि नियंत्रण प्राधिकरण की समीक्षा बैठक में कहा कि दवाइयों की गुणवत्ता सीधे जनता के जीवन से जुड़ी हुई है। ऐसे में नकली दवाओं की बिक्री रोकने के लिए विशेष अभियान चलाया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में दवा आपूर्ति श्रृंखला की सख्ती से निगरानी की जाए और औषधि दुकानों, वितरकों व निर्माताओं पर नियमित छापेमारी की जाए।

    धामी ने कहा कि राज्य सरकार आम जनता को सुरक्षित और गुणवत्तापूर्ण दवाइयाँ उपलब्ध कराने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा, “नकली दवाओं से किसी की जान को खतरा हुआ तो जिम्मेदारों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा।”

    मुख्यमंत्री ने औषधि नियंत्रक विभाग को निर्देशित किया कि सभी जिलों में सक्रिय निगरानी तंत्र बनाया जाए। प्रयोगशालाओं में समयबद्ध तरीके से सैंपल की जांच की जाए और संदिग्ध दवाओं पर तुरंत प्रतिबंध लगाया जाए।
    फार्मा सेक्टर पर भी जोर

    बैठक में मुख्यमंत्री ने प्रदेश में फार्मा उद्योगों की साख बनाए रखने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड दवा निर्माण का एक बड़ा केंद्र है और यहां से बनी दवाइयाँ देशभर में जाती हैं। ऐसे में गुणवत्ता नियंत्रण और कड़ाई जरूरी है, ताकि प्रदेश की छवि को कोई नुकसान न पहुंचे। मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि यदि कहीं भी नकली दवाओं का कारोबार पकड़ा गया, तो दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर कठोर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी।