
देश की सेवा में अपने प्राण न्योछावर करने वाले लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी ने वीरता और मानवता की मिसाल कायम की। सिक्किम में एक झरने के पास साथी अग्निवीर स्टीफन को बचाने के लिए उन्होंने नदी में छलांग लगा दी। अग्निवीर की जान तो बच गई, लेकिन लेफ्टिनेंट शशांक खुद तेज बहाव में बह गए।
घटना के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया और उनका शव करीब 800 मीटर नीचे मिला। वह वन बटालियन सिक्किम स्काउट्स में तैनात थे और बेहद साहसी तथा कर्तव्यनिष्ठ अधिकारी माने जाते थे।
अयोध्या में बनेगा शहीद स्मारक
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस वीर शहादत पर गहरा शोक व्यक्त किया और घोषणा की कि अयोध्या में लेफ्टिनेंट शशांक तिवारी की स्मृति में एक स्मारक का निर्माण कराया जाएगा। उन्होंने कहा:
“शशांक तिवारी की शहादत पूरे देश के लिए गर्व का विषय है। यह स्मारक आने वाली पीढ़ियों को उनके साहस और बलिदान की प्रेरणा देगा।”
राष्ट्र ने किया नमन:
सोशल मीडिया पर लोग शशांक तिवारी को “असली हीरो” बता रहे हैं। उनके गांव और रेजिमेंट में शोक के साथ-साथ गर्व का माहौल है। कई प्रमुख हस्तियों और सैन्य अधिकारियों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की है।