
कोरोना वायरस एक बार फिर दुनिया में सिर उठा रहा है और इसकी नई लहर एशियाई देशों में खासा असर दिखा रही है। हांगकांग, सिंगापुर और चीन के बाद अब इस लहर की भारत में भी दस्तक हो चुकी है। 22 मई 2025 तक भारत में कुल 257 एक्टिव केस दर्ज किए गए हैं। हालांकि स्वास्थ्य विशेषज्ञों और मंत्रालय का कहना है कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है।
एक हफ्ते में 164 नए केस, केरल में सबसे ज्यादा
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अनुसार, 12 से 19 मई के बीच भारत में 164 नए कोविड मामले सामने आए हैं।
केरल: 95 मामले (पिछले सप्ताह की तुलना में 69 की वृद्धि)
तमिलनाडु: 66 मामले
महाराष्ट्र: 56 मामले
ओडिशा में ढाई साल बाद फिर मिला एक केस
ओडिशा में करीब ढाई साल के बाद कोविड का एक नया मामला मिला है। मरीज की हालत स्थिर बताई गई है, हालांकि उसे कई अन्य बीमारियां भी हैं। स्वास्थ्य सचिव एस अश्वथी ने कहा कि हालात पर नजर रखी जा रही है, लेकिन अभी तक केंद्र या NCDC की ओर से कोई नई एडवाइजरी जारी नहीं की गई है।
नये वैरिएंट्स का असर कितना?
मेडिकल विशेषज्ञों का कहना है कि इस बार संक्रमण के लिए मुख्य रूप से ओमिक्रॉन के सब-वैरिएंट्स जिम्मेदार हैं।
JN.1: भारत में यह मुख्य वैरिएंट पाया गया है
LP.8.1: कुछ क्षेत्रों में इसके कारण भी मामलों में वृद्धि हुई है
डॉ. अनीश सिन्हा (महामारी विशेषज्ञ, IIPH गांधीनगर) ने बताया कि JN.1 को WHO ने “वैरिएंट ऑफ इंटरेस्ट” घोषित किया है, यानी इसकी निगरानी जरूरी है लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है।
लक्षण क्या हैं?
नई लहर में कोरोना के लक्षण हल्के हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक, संक्रमित लोगों में इन लक्षणों की शिकायत देखी जा रही है:
सूखी खांसी
नाक बहना या बंद होना
सिरदर्द और गले में खराश
हल्का बुखार और थकावट
स्वाद या गंध का चला जाना
पाचन संबंधी दिक्कतें
हालांकि महाराष्ट्र में दो मौतें हुई हैं, पर इनमें दोनों मरीज कोमोरबिडिटी (पूर्व बीमारियों) से ग्रस्त थे, जिससे यह स्पष्ट नहीं है कि मौत सीधे कोविड के कारण हुई या अन्य कारणों से।
क्या करें? – विशेषज्ञों की सलाह
भीड़भाड़ से बचें
मास्क पहनें, खासकर सार्वजनिक स्थानों पर
हाथों की स्वच्छता बनाए रखें
बुजुर्ग और बीमार लोग विशेष सतर्कता बरतें
वैक्सीनेशन के बाद बनी प्रतिरक्षा को JN.1 चकमा दे सकता है, लेकिन गंभीर खतरा नहीं है
भारत में कोरोना की नई लहर ने भले ही दस्तक दी हो, लेकिन स्थिति फिलहाल पूरी तरह नियंत्रण में है। सरकार और विशेषज्ञ सतर्क हैं और आम जनता से भी सावधानी बरतने की अपील कर रहे हैं। याद रखें, कोविड अभी गया नहीं है सतर्क रहना ही सबसे बड़ी सुरक्षा है।