ऑपरेशन सिंदूर के बाद बौखलाया पाकिस्तान, रिहायशी इलाकों पर बरसाए गोले 15 लोगों की मौत

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पुंछ और तंगधार सेक्टर में मंगलवार रात से पाकिस्तान द्वारा की गई भीषण और अंधाधुंध गोलाबारी ने एक बार फिर सीज़फायर समझौतों की धज्जियाँ उड़ा दी हैं। इस बर्बर हमले में अब तक 15 निर्दोष नागरिकों की मौत हो चुकी है, जबकि 43 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं। सबसे दुखद बात यह रही कि श्री गुरु सिंह सभा गुरुद्वारे को भी निशाना बनाया गया, जहां तीन सिख श्रद्धालु शहीद हो गए।

रक्षा सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तानी सेना ने जानबूझकर सीमा से सटे गांवों और रिहायशी इलाकों को निशाना बनाया, जिससे दर्जनों मकान क्षतिग्रस्त हो गए और आमजन में भारी दहशत फैल गई। गोलाबारी की चपेट में आए कई घरों की खिड़कियाँ चकनाचूर हो गईं और दीवारों में दरारें आ गईं।

ऑपरेशन सिंदूर के जवाब में कायराना हरकत

यह हमला ऐसे समय में हुआ है जब भारतीय सेना ने हाल ही में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoJK) में 9 आतंकी ठिकानों को नेस्तनाबूद किया था। इसके बावजूद पाकिस्तान ने एक बार फिर सीज़फायर उल्लंघन कर नागरिकों को सीधा निशाना बनाया।

गुरुद्वारे पर हमला, सिख समुदाय में आक्रोश

पाकिस्तान की गोलाबारी में पुंछ स्थित श्री गुरु सिंह सभा गुरुद्वारा साहिब को भी नुकसान पहुंचा। इसमें तीन सिख श्रद्धालुओं—भाई अमरीक सिंह (रागी), भाई अमरजीत सिंह और भाई रणजीत सिंह की दर्दनाक मौत हो गई।

शिअद प्रमुख सुखबीर सिंह बादल ने इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए कहा, “यह मानवता के खिलाफ हमला है। हम शहीदों को श्रद्धांजलि देते हैं और केंद्र सरकार से पीड़ित परिवारों को तत्काल मुआवज़ा देने की मांग करते हैं।”

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी बयान जारी कर कहा कि “गुरुद्वारे जैसे पवित्र स्थलों को निशाना बनाना घोर निंदनीय है। यह आम इंसान की आस्था और सुरक्षा पर सीधा हमला है।”

जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री ओमर अब्दुल्ला ने हालात की गंभीरता को देखते हुए आपात बैठक बुलाई है। उन्होंने सभी जिलाधिकारियों और सुरक्षा एजेंसियों से कहा है कि घायल लोगों को तत्काल चिकित्सा सहायता दी जाए और सीमावर्ती गांवों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए।

रक्षा मंत्री का बयान: सेना ने दिखाई मानवता और साहस

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को सीमा सड़क संगठन (BRO) की परियोजनाओं के उद्घाटन के दौरान कहा, “भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान अद्भुत साहस, सतर्कता और मानवता का परिचय दिया। हमारी सेनाओं ने आतंक के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई की और यह सुनिश्चित किया कि आम नागरिकों को कोई नुकसान न हो।”

विदेश सचिव ने किया हमलों का खुलासा

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि “पहलगाम आतंकी हमला, जिसमें 26 लोगों को बेहद नृशंस तरीके से मार डाला गया, पाकिस्तान प्रायोजित आतंक का स्पष्ट उदाहरण था। हमारे पास इनपुट्स थे कि भारत में और हमले हो सकते हैं, इसी कारण हमने आतंकी ढांचे को नष्ट करने की रणनीति अपनाई।”

पाकिस्तान द्वारा लगातार सीज़फायर उल्लंघन और नागरिकों को निशाना बनाना एक कायरता भरी हरकत है। भारत की ओर से कड़ा जवाब देते हुए यह स्पष्ट किया गया है कि देश की सुरक्षा, धर्मस्थलों की गरिमा और नागरिकों की जान-माल की रक्षा में कोई समझौता नहीं होगा। इस घटना ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय का भी ध्यान आकृष्ट किया है और आने वाले दिनों में राजनयिक मोर्चे पर भारत की रणनीति अहम हो सकती है।