
कैंसर एक गंभीर और जानलेवा बीमारी है, जो आज के समय में तेजी से बढ़ रही है। पूरी दुनिया की तरह भारत भी इससे अछूता नहीं है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में साल 2022 में कैंसर के कुल 1.46 मिलियन मामले दर्ज किए गए थे। ये आंकड़ा 2025 तक 1.57 मिलियन तक पहुंच सकता है।
चिंता की बात यह है कि कैंसर अक्सर देर से डायग्नोज़ होता है, जिससे इलाज की संभावना कम हो जाती है। लेकिन अगर शुरुआती लक्षणों को समय रहते पहचान लिया जाए, तो इसका इलाज संभव है।
आइए जानें कैंसर के कुछ आम लेकिन गंभीर संकेत, जिन्हें अगर नजरअंदाज किया जाए, तो नुकसानदायक हो सकता है:
- अचानक वजन घटना
बिना किसी वजह के अचानक 4-5 किलो या उससे ज्यादा वजन कम हो जाना चिंता का कारण हो सकता है। यह पेट, फेफड़े, पैंक्रियास या खाने की नली के कैंसर का संकेत हो सकता है। - बार-बार खून आना
नाक, पेशाब, खांसी या मल के जरिए बार-बार खून आना कोलन या ब्लैडर कैंसर जैसे आंतरिक कैंसर की तरफ इशारा कर सकता है। - पुरानी खांसी या आवाज़ में बदलाव
अगर कई हफ्तों से खांसी बनी हुई है या आवाज़ भारी व अजीब लग रही है, तो यह फेफड़ों या गले के कैंसर का लक्षण हो सकता है। - गांठ या सूजन
गर्दन, ब्रेस्ट, बगल या शरीर के किसी भी हिस्से में असामान्य गांठ या सूजन, जो दर्द न करे, कैंसर का शुरुआती संकेत हो सकती है। - निगलने में परेशानी
लगातार खाना निगलने में दिक्कत होना गले या खाने की नली के कैंसर की तरफ इशारा कर सकता है। - घाव जो ठीक न हो
अगर कोई कट या घाव लंबे समय से ठीक नहीं हो रहा, तो यह ओरल या स्किन कैंसर का संकेत हो सकता है। तंबाकू व गुटखा सेवन करने वालों को विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए। - स्किन में बदलाव
नई तिल या पुराने तिल में रंग, आकार या बनावट का बदलना स्किन कैंसर का संकेत हो सकता है। - लगातार थकान और कमजोरी
नींद पूरी होने के बाद भी शरीर में थकावट और सुस्ती महसूस होना किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है।
घर पर करें कुछ आसान जांच
ब्रेस्ट सेल्फ एग्जामिनेशन: महिलाएं हर महीने ब्रेस्ट में किसी भी बदलाव या गांठ की खुद जांच करें।
मुंह और जीभ की जांच: शीशे में देखकर सफेद धब्बे, छाले या पुराने घावों की पहचान करें।
स्किन टेस्ट: नए तिल, रैशेज या स्किन कलर में बदलाव नजर आने पर सतर्क हो जाएं।
पेशाब या मल की निगरानी: रंग, गंध या खून की मौजूदगी को गंभीरता से लें।
कैंसर लाइलाज नहीं है, लेकिन इसकी पहचान जल्दी होनी जरूरी है। अपने शरीर के बदलावों को अनदेखा न करें और ज़रूरत पड़ने पर विशेषज्ञ से संपर्क करें।
यह जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स और आम स्वास्थ्य जागरूकता पर आधारित है। किसी भी तरह की स्वास्थ्य समस्या में विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।