हनुमान जी की आठों सिद्धियाँ (आठ सिद्धियाँ) को “अष्ट सिद्धियाँ” कहा जाता है। ये सिद्धियाँ हनुमान जी के अद्वितीय शक्तियों को दर्शाती हैं और हिन्दू धर्म में विशेष रूप से महत्व रखती हैं। ये हैं:
1. अणिमा सिद्धि :- यह सिद्धि आत्मा को सूक्ष्म रूप में बदलने की शक्ति देती है, जिससे हनुमान जी किसी भी वस्तु या स्थान पर बहुत छोटे रूप में उपस्थित हो सकते हैं।
2. महिमा सिद्धि :- इस सिद्धि द्वारा हनुमान जी अपनी शक्ति और प्रभाव को अनंत रूप से बढ़ा सकते हैं। वे किसी भी स्थान पर अपना प्रभाव फैला सकते हैं।
3. गरिमा सिद्धि :- यह सिद्धि हनुमान जी को विशाल रूप लेने की क्षमता प्रदान करती है, जिससे वे भारी से भारी वस्तु को भी उठा सकते हैं।
4. लघिमा सिद्धि :- यह सिद्धि हनुमान जी को असाधारण रूप से हल्का बना देती है, जिससे वे किसी भी स्थान पर अत्यधिक गति से पहुँच सकते हैं।
5. प्राप्ति सिद्धि :- इस सिद्धि द्वारा हनुमान जी किसी भी वस्तु को प्राप्त कर सकते हैं, चाहे वह किसी भी स्थान पर हो।
6. दर्शन सिद्धि :– यह सिद्धि हनुमान जी को अदृश्य से अदृश्य को देखने की क्षमता देती है, जिससे वे किसी भी स्थान या समय में किसी भी व्यक्ति या वस्तु को देख सकते हैं।
7. ईश्वर-ईश्वरत्व सिद्धि :- हनुमान जी के पास यह सिद्धि है कि वे ईश्वर के रूप में बदल सकते हैं, यानी वे स्वयं ईश्वर बन सकते हैं।
8. वशित्व सिद्धि :- यह सिद्धि हनुमान जी को दूसरों को अपनी इच्छानुसार नियंत्रित करने की शक्ति देती है, यानी वे किसी को भी अपने वश में कर सकते हैं।
इन सिद्धियों के माध्यम से हनुमान जी ने अपनी अनगिनत शक्तियों और सामर्थ्य का प्रमाण दिया है।