पोषक तत्वों की कमी हमारे शरीर की कार्यक्षमता को बुरी तरह प्रभावित कर सकती है। विटामिन्स और मिनरल्स की सही मात्रा शरीर के सुचारू संचालन के लिए बेहद जरूरी है। इन्हीं में से एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है विटामिन बी12, जिसकी कमी से शरीर को गंभीर नुकसान हो सकता है। यह कमी मांसपेशियों, हड्डियों और नर्वस सिस्टम को कमजोर करती है और महिलाओं तथा बच्चों में सामान्य रूप से देखी जाती है।
विटामिन बी12 की कमी के मुख्य लक्षण
1. थकान और कमजोरी
यदि आपको बार-बार थकावट महसूस हो रही है और शरीर में बिल्कुल भी ताकत नहीं बची हुई लगती है, तो यह विटामिन बी12 की कमी का प्रमुख संकेत हो सकता है। यह कमी शरीर में रेड ब्लड सेल्स की पर्याप्त मात्रा नहीं बनने के कारण होती है।
2. सांस लेने में दिक्कत
शरीर में विटामिन बी12 कम होने पर सांस फूलने जैसी समस्याएं सामने आ सकती हैं। बिना किसी भारी शारीरिक कार्य के भी सांस लेने में परेशानी इस कमी का संकेत है।
3. झुनझुनी या सुन्नपन
हाथ-पैरों में झुनझुनी या सुई चुभने जैसा महसूस होना नर्वस सिस्टम पर इस कमी के असर को दर्शाता है। यह समस्या नजरअंदाज करने पर लंबे समय में गंभीर परिणाम दे सकती है।
4. माउथ अल्सर और जीभ का लाल होना
मुंह में बार-बार छाले बनना, जीभ का लाल और सूजा हुआ महसूस होना विटामिन बी12 की कमी का स्पष्ट लक्षण है।
5. भूलने की आदत और एकाग्रता की कमी
विटामिन बी12 हमारे मस्तिष्क की कार्यप्रणाली के लिए महत्वपूर्ण है। इसकी कमी से याद्दाश्त कमजोर हो सकती है, ध्यान केंद्रित करने में दिक्कत हो सकती है और छोटी-छोटी चीजें भूलने की आदत बढ़ सकती है।
विटामिन बी12 क्यों है जरूरी?
विटामिन बी12 शरीर में डीएनए और रेड ब्लड सेल्स के निर्माण में मदद करता है। यह नर्वस सिस्टम की सेहत के लिए भी बेहद जरूरी है। इसकी कमी से शरीर में कमजोरी, नर्व डैमेज, डिप्रेशन और हृदय से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।
कारण और सावधानियां
विटामिन बी12 की कमी का मुख्य कारण पोषक तत्वों से भरपूर आहार का अभाव है। शाकाहारी लोगों में यह समस्या अधिक देखी जाती है क्योंकि विटामिन बी12 मुख्य रूप से मांस, अंडे, मछली और डेयरी प्रोडक्ट्स में पाया जाता है।
कैसे करें कमी को दूर?
- अपने आहार में अंडे, दूध, पनीर, दही, मछली और फोर्टिफाइड अनाज को शामिल करें।
- गंभीर मामलों में डॉक्टर से संपर्क करें और विटामिन बी12 सप्लिमेंट्स का सेवन करें।
- नियमित जांच कराएं ताकि कमी को समय रहते पहचाना जा सके।
विटामिन बी12 की कमी को नजरअंदाज करना गंभीर बीमारियों को न्योता देने जैसा है। सही आहार और नियमित स्वास्थ्य जांच के माध्यम से इस समस्या को रोका जा सकता है। यदि आप इनमें से कोई भी लक्षण महसूस कर रहे हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। पोषण से भरपूर जीवन ही स्वस्थ जीवन का आधार है।