आयुष मंत्रालय, भारत सरकार ने असम सरकार के सक्रिय सहयोग से अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस, 2022 की 50 दिनों की उलटी गिनती शुरू होने के उपलक्ष्य में असम के शिवसागर में शिवडोल के प्रतिष्ठित पवित्र स्थल पर एक योग उत्सव का आयोजन किया। आयुष मंत्रालय के तहत मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान (एमडीएनआईवाई) द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम में भारत के सभी पूर्वोत्तर राज्यों के 10,000 से अधिक योग के उत्साही जनों ने भाग लिया। यह उत्सव असम में शिवसागर जिले के सात ऐतिहासिक स्थानों पर एक साथ आयोजित किया गया, जिसमें शिवसागर शहर की परिधि के भीतर थोरा डोल, रुद्रसागर डोल, रोंघर, तोलातोल घर, करेंग घर और जॉयडोल सहित ऐतिहासिक महत्व के सभी स्थान शामिल थे। इस आयोजन का उद्देश्य योग के विभिन्न आयामों और मानव जीवन को समृद्ध बनाने की योग की क्षमता के बारे में जागरूकता पैदा करना था। उत्सव का विषय ‘योग को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं’ है जिसमें गणमान्य व्यक्तियों, छात्रों और सरकारी अधिकारियों ने भाग लिया।
असम के मुख्यमंत्री, डॉ. हिमंत बिस्वा सरमा, केंद्रीय आयुष, जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल, आयुष और महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री डॉ. मुंजपारा महेंद्रभाई कालूभाई, केंद्रीय पेट्रोलियम, गैस और श्रम राज्य मंत्री रामेश्वर तेली, असम के स्वास्थ्य मंत्री केशब महंत, सिक्किम के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. एम के शर्मा, अरुणाचल प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री अलो लिबांग, नगालैंड के स्वास्थ्य मंत्री एस पांगन्यू फोम ने इस कार्यक्रम में भाग लिया। मंत्रियों के अलावा, असम, नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश के सांसद, केन्द्र और सभी पूर्वोत्तर राज्यों के वरिष्ठ अधिकारियों सहित प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्तियों तथा विशेषज्ञों, योग उत्साही जनों और छात्रों ने इस उत्सव में भाग लिया। सामान्य योग प्रोटोकॉल का प्रदर्शन एमडीएनआईवाई के निदेशक डॉ. ईश्वर वी. बसावरादी के नेतृत्व में आज सुबह शिवसागर के पवित्र परिसर में किया गया।
इस अवसर पर केंद्रीय आयुष, पत्तन, पोत मंत्री र्बानंद सोनोवाल ने कहा कि इस उत्सव का उद्देश्य लोगों को योग अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना है, जो हमारी हजारों साल की सभ्यता का एक अद्भुत उपहार है, ताकि लोग अपने-अपने जीवन की गुणवत्ता को समृद्ध बना सकें। उन्होंने यह भी कहा कि आज सभी पूर्वोत्तर राज्यों के हजारों लोग इस पवित्र भूमि शिवसागर में योग करने के लिए एक साथ आए हैं, यह असम के प्रतिष्ठित विरासत स्थलों को दुनिया के पर्यटन मानचित्र में शामिल करने के हमारे निरंतर प्रयास की पुष्टि करता है। उन्होंने यह भी कहा कि इस आयोजन में हमने स्वास्थ्य और मस्तिष्क को समृद्ध बनाने के साथ-साथ सुंदर ‘अहोम युग’ की वास्तुकला को उजागर करते हुए अपनी सामाजिक-सांस्कृतिक विरासत का उत्सव मनाने में योग के महत्व पर प्रकाश डालने का प्रयास किया है।
शिवसागर को योग उत्सव के लिए इसलिए चुना गया क्योंकि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पांच पुरातत्व स्थलों राखीगरी (हरियाणा), हस्तिनापुर (उत्तर प्रदेश), शिवसागर (असम), धोलावीरा (गुजरात) और आदिचनल्लूर (तमिलनाडु)) को पूरे भारत में “प्रतिष्ठित” स्थलों में बदलने की योजना का अनावरण किया था। शिवसागर का ऐतिहासिक महत्व सर्वोपरि है क्योंकि यह उस अहोम साम्राज्य का प्रमुख केंद्र था जिसने 13वीं और 19वीं शताब्दी सीई के बीच शासन किया था।
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (आईडीवाई) 2022 के आठवें संस्करण को पूरे विश्व में योग के संदेश को व्यापक रूप से लोगों तक पहुंचाने के लिए आयुष मंत्रालय द्वारा कई कार्यक्रमों के माध्यम से प्रचारित किया जा रहा है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2022 के लिए 100 दिनों की उलटी गिनती शुरू होने के अवसर पर एक पूर्वालोकन कार्यक्रम का आयोजन 13 मार्च को, जबकि 75 दिन की उलटी गिनती शुरू होने के अवसर पर दिल्ली के लाल किले में आयोजन किया गया था। 25 दिनों की उलटी गिनती का आयेाजन हैदराबाद में किया जाएगा। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का पूरे विश्व में प्रति वर्ष 21 जून को आयोजन किया जाता है। इस वर्ष योग उत्सव ब्रांड इंडिया को बढ़ावा देने के लिए ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के हिस्से के रूप में ऐतिहासिक महत्व के 75 विरासत स्थलों में मनाया जा रहा है।