गुजरात सरकार ने प्रदेश के सभी स्कूलों के सिलेबस में श्रीमद्भगवद्गीता को शामिल करने का निर्णय लिया है। गुजरात सरकार के इस फैसले पर सियासत शुरू हो गई है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने गुजरात सरकार के इस फैसले पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। डिप्टी सीएम ने गुजरात सरकार में भारतीय जनता पार्टी के नेताओं को ‘रावण’ करार दिया है। डिप्टी सीएम सिसोदिया ने कहा, ‘जो बच्चों को गीता से रूबरू कराना चाहते हैं उन्हें सबसे पहले इसके मूल्य को समझने की जरूरत है।’
हालांकि आप नेता गुजरात सरकार के इस फैसले की सराहना भी की लेकिन इस बार भी वह भारतीय जनता पार्टी पर प्रहार करने से चूके नहीं। मनीष सिसोदिया ने कहा, “यकीनन यह एक अच्छा कदम है लेकिन जो लोग इसे सामने लेकर आ रहे हैं उन्हें गीता के शब्दों और मूल्यों को समझने की सबसे ज्यादा जरूरत है। वो गीता के बारे में बात करते हैं लेकिन उनके कर्म रावण जैसे हैं।”
बता दें आम आदमी पार्टी पहला ऐसा दल नहीं है जिसने गुजरात सरकार के इस कदम पर भाजपा को निशाना बनाया है। इससे पहले गुजरात की कांग्रेस ने भी ठीक यही बात कही थी। हालांकि गुजरात कांग्रेस ने भी इस फैसले का स्वागत किया था।
17 मार्च यानि गुरूवार को गुजरात सरकार ने एक सर्कुलर जारी कर यह घोषणा की कि छठी से 12वीं तक के बच्चों के लिए श्रीमद्भगवद्गीता को सिलेबस में शामिल किया जाएगा।