भगवान वाल्मीकि थे सर्व मानव समाज के पथ प्रदर्शकः मनोहर लाल

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चंडीगढ़, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि आज हर क्षेत्र में नई-नई तकनीक आ गई हैं। ऐसे में श्री विश्वकर्मा स्किल यूनिवर्सिटी के माध्यम से ऐसा कोर्स शुरू करने के लिए कहा जाएगा, जिससे तकनीक के आधार पर सीवरेज की सफाई कैसे हो यह सिखाया जाए और इसकी ट्रेनिंग दी जाए। मुख्यमंत्री गुरुवार को करनाल में भगवान वाल्मीकि भवन के नव-निर्मित प्रथम हॉल के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भगवान वाल्मीकि मानव समाज के पथप्रदर्शक थे। वे सर्व समाज की चिंता करते थे। उन्होंने महान ग्रंथ रामायण की रचना की। भगवान राम के जीवन चरित्र को लिखा, जो पूरे समाज को प्रेरणा देते हैं। मुख्यमंत्री ने इस कार्यक्रम के दौरान आह्वान किया कि जो भी लोग संपन्न हो जाएं, उन्हें अपने से गरीब लोगों की मदद के लिए आगे आना चाहिए, ताकि दूसरे लोग भी आगे बढ़ सकें। उन्होंने वाल्मीकि भवन में छात्रावास बनाने के लिए अपने कोष से 21 लाख रुपये दिए जाने की घोषणा की। इसके साथ-साथ समाज के दूसरे लोगों को भी इस कार्य में अपना सहयोग देने की बात कही। मुख्यमंत्री ने इस भवन में ई-लाइब्रेरी बनाए जाने के भी आदेश दिए।

नेता शब्द की धारणा बदलना मकसद

हम सब समाज की सेवा में लगे रहते हैं लेकिन जैसे ही राजनीति में आकर समाजसेवा करते हैं तो नेता कहलाते हैं। नेता शब्द की धारणा समाज में अलग-अलग है। नरेंद्र मोदी की जब प्रधानमंत्री बनने की चर्चाएं शुरू हुई तो उनसे पूछा गया कि वे सबसे पहला कार्य क्या करेंगे तो उन्होंने जवाब दिया था कि मेरी बिरादरी के लोगों की धारणा को बदलूंगा। पीएम मोदी ने यह करके दिखाया कि कैसे नेता होकर समाज सेवा की जा सकती है। उन्हीं सिद्धांतों पर चलने की हमने भी कोशिश की है।

सरकार ने व्यवस्था परिवर्तन का काम किया

हमने व्यवस्था परिवर्तन का काम किया है। पहले लोग नियम कानून मे उलझे रहते थे और तंग रहते थे। परिवार के एक-दो सदस्य इसी काम पर लगे रहते थे। हमने इस व्यवस्था को बदलने का काम किया है। समाज में जिसका जो हक है, उसे उसका हक दिलाने के लिए सरकार दृढ़ संकल्पित है। आज तकनीक के माध्यम से 600 से ज्यादा सेवाएं घर के नजदीक कंप्यूटर सेंटर पर मिल रही हैं। दिनों का काम घंटों में हो रहा है।

अंत्योदय की भावना से कर रहे काम

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार अंत्योदय के भाव से काम कर रही है। उन्हीं की सरकार ने हरियाणा एक-हरियाणवी एक का नारा दिया था। सरकार का लक्ष्य है कि लाइन में खड़े अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचे। इसी के चलते परिवार पहचान पत्र बनाया गया। कम आय वाले परिवारों की आय को बढ़ाने के लिए अंत्योदय मेले लगाए जा रहे हैं। अभी तक प्रदेशभर में 180 स्थानों पर 250 मेले लगाए जा चुके हैं। इससे युवाओं को रोजगार की तरफ बढ़ने के लिए अवसर मुहैया करवाए जा रहे हैं।