Home news आठवीं के छात्र ने खुद के अपहरण की क्यों रची साजिश ?

आठवीं के छात्र ने खुद के अपहरण की क्यों रची साजिश ?

किस उम्र में कौन क्या कर जाए पता नहीं चलता। ताजा मामला पटना के के पोस्‍टल पार्क इलाके की है। जहां एक आठवीं के छात्र ने दोस्‍त से सूद पर कर्ज लिया। रकम जब बढ़कर 35 हजार पार कर गई तो उसे चुकाने के लिए खुद के अपहरण का नाटक रच डाला। साजिश में शाहिमल उसके दोस्‍त ने फिरौती में तीन लाख रुपयों की मांग की। लेकिन जब राज खुला तो पुलिस भी दंग रह गई।

छात्र ने दोस्त संग मिल रची साजिश

मिली जानकारी के अनुसार पटना के एक बड़े निजी स्कूल के आठवीं कक्षा में पढऩे वाले छात्र ने कर्ज की रकम चुकाने के लिए खुद के अपहरण का नाटक रच डाला। सूचना मिलने के महज एक घंटे के अंदर छात्र को पुलिस ने उसके घर के पास ही खोज निकाला।  एसएसपी मनु महाराज ने तकनीकी अनुसंधान से छात्र का ठिकाना ढूंढने में कामयाब राजीव नगर थानाध्यक्ष रोहण कुमार, विशेष सेल के एएसआइ कुमार गौरव और पीटीसी शिवजी प्रसाद को पांच-पांच हजार रुपये नकद व प्रशस्तिपत्र देकर पुरस्कृत किया।

कोचिंग गया और गायब हो गया

स्कूली छात्र का घर पोस्टल पार्क के रोड नंबर एक में है। उसके पिता ट्रांसपोर्ट का कारोबार करते हैं। वह शुक्रवार की शाम घर से कोचिंग के लिए निकला तो लौटकर नहीं आया। मोबाइल बंद मिल रहा था। देर रात पिता ने थाने में गुमशुदगी की तहरीर दी। पुलिस ने रात में उसके कुछ दोस्तों और कोचिंग संचालक से संपर्क किया, लेकिन अता-पता नहीं चला।

फिरौती के लिए कॉल आने पर घबरा गए परिजन

शनिवार की सुबह छात्र के मोबाइल से उसके पिता के नंबर पर तीन लाख रुपये फिरौती के लिए कॉल आई। कॉल छात्र के दोस्त ने की थी। उससे फोन पर पिता की बात कराई। छात्र ने पिता से झूठ कहा कि उसे कुछ लोग उठाकर ले गए हैं। वह कहां है, यह नहीं पता चल रहा। जल्दी रुपये का इंतजाम कर मुक्त कराएं। इसके बाद छात्र के दोस्त ने कहा कि रुपये कब और कहां पहुंचाने हैं, इसके लिए वह 11 बजे कॉल करेगा।

फिरौती के लिए कॉल आने पर छात्र के पिता घबरा गए। उन्होंने तत्काल फोन पर एसएसपी को घटना की जानकारी दी। शनिवार सुबह एसएसपी दशहरे पर विधि-व्यवस्था को लेकर थानेदारों संग मीटिंग कर रहे थे। उन्होंने तत्काल सभी थानाध्यक्षों को अपने-अपने क्षेत्र में नाकाबंदी लगाकर वाहनों की चेकिंग करने का निर्देश दिया। तकनीकी अनुसंधान में माहिर राजीव नगर थानाध्यक्ष रोहण कुमार को भी मोबाइल सर्विलांस के जरिए ठिकाना ढूंढने का निर्देश दिया।

वाहनों की जांच चल ही रही थी कि छात्र का मोबाइल ऑन हो गया। टावर लोकेशन के आधार पर पुलिस उसके घर से कुछ दूरी पर बिग्रहपुर इलाके में पहुंच गई। देखा कि छात्र अपने दोस्त के साथ सड़क पर टहल रहा था। दोनों को तत्काल हिरासत में ले लिया गया। दो लड़के और पकड़े गए।

पूछताछ में छात्र ने बताया कि उसने अपने दोस्त अभिषेक से ऐश-मौज करने के लिए 5000 रुपये सूद पर लिए थे। वह रकम चुका नहीं सका और सूद की राशि बढ़कर सात गुना अधिक हो गई थी। 35 हजार रुपये कर्ज चुकाने का उसे कोई दूसरा उपाय समझ में नहीं आ रहा था। उसे मालूम था कि पिता के पास तीन लाख रुपये हैं, इसलिए उसने खुद के अपहरण की साजिश रच डाली। तीन दोस्तों ने भी उसका साथ दिया। फिरौती मांगते वक्त उसके दोस्त ने छात्र के पिता को पुलिस के पास नहीं जाने की धमकी भी दी थी।

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